Wednesday, April 16, 2025
spot_img
HomeNewsअमेरिकाडोनाल्ड ट्रंप 20 अप्रैल को मार्शल लॉ जैसा आदेश लागू कर सकते...

डोनाल्ड ट्रंप 20 अप्रैल को मार्शल लॉ जैसा आदेश लागू कर सकते हैं, आखिर क्या हैं इसके मायने?


Last Updated:

डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद संभालते ही दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया था. इससे 1807 के विद्रोह एक्ट को लागू करने की संभावना जताई गई है. इससे अमेरिका में सेना तैनाती की आशंका बढ़ी है.

डोनाल्ड ट्रंप मार्शल लॉ जैसा आदेश लागू कर सकते हैं, आखिर क्या हैं इसके मायने

डोनाल्ड ट्रंप 20 अप्रैल को मार्शल लॉ जैसा आदेश लागू कर सकते हैं. (Image:AP)

हाइलाइट्स

  • ट्रंप ने दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया था.
  • ट्रंप 20 अप्रैल को 1807 का विद्रोह एक्ट लागू कर सकते हैं.
  • विद्रोह एक्ट से सेना तैनाती की आशंका बढ़ी.

वॉशिंगटन. जब डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, तो उन्होंने सबसे पहले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए. ये आदेश अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने से जुड़ा था. इस आदेश में एक शर्त थी कि कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर के नब्बे दिन बाद राष्ट्रपति ट्रंप 1807 के विद्रोह एक्ट को लागू कर सकते हैं और संभवतः 20 अप्रैल को अमेरिकी धरती पर सेना तैनात कर सकते हैं. इसको लेकर अमेरिका में आशंकाएं जोर पकड़ने लगी हैं कि ट्रंप सेना को घुसपैठ रोकने के लिए अपनी ही धरती पर उतार सकते हैं.

1807 का विद्रोह अधिनियम क्या है?
1807 के विद्रोह एक्ट के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति कुछ परिस्थितियों और हालातों में कानून को लागू करने के लिए सेना और अमेरिकी राष्ट्रीय गार्ड की तैनाती की अनुमति दे सकते हैं. यह अधिनियम सेना को किसी भी विद्रोह, उथल-पुथल, या किसी भी प्रकार की हिंसा या प्रतिरोध को पूरी तरह से दबाने का अधिकार देता है. जिसमें नागरिकों द्वारा किया गया प्रतिरोध भी शामिल है.

पॉसे कोमिटेटस एक्ट
विद्रोह अधिनियम के पास पॉसे कोमिटेटस एक्ट को ओवरराइड करने की शक्तियां हैं, जो सामान्यतः हमेशा लागू रहता है. ये कानून अमेरिकी सेना को किसी भी नागरिक कानून प्रवर्तन में भाग लेने या हस्तक्षेप करने से रोकता है. यह अमेरिकी सेनाओं के कमांडर-इन-चीफ राष्ट्रपति को यह तय करने की पूरी शक्तियां देता है कि कब, कहां और कैसे अमेरिकी सैनिकों को अमेरिका के भीतर तैनात किया जाए.

Harvard University: हार्वर्ड के प्रोफेसरों ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर क्यों ठोका मुकदमा?

क्या विद्रोह अधिनियम मार्शल लॉ जैसा है?
विद्रोह अधिनियम मार्शल लॉ से कुछ हद तक अलग है. जबकि मार्शल लॉ में प्रशासन और राज्य के मामलों का पूरा नियंत्रण एक सैन्य जनरल को सौंप दिया जाता है, विद्रोह अधिनियम में राज्य और प्रशासन की शक्तियां अमेरिकी राष्ट्रपति के पास रहती हैं. जो कानून और व्यवस्था लागू करने के लिए चुनिंदा रूप से सैन्य शक्तियों का उपयोग करते हैं. दूसरे शब्दों में, जबकि मार्शल लॉ में सेना को नागरिक सरकार की भूमिका संभालने की अनुमति मिलती है, विद्रोह अधिनियम में सेना को केवल नागरिक अधिकारियों की सहायता करने की अनुमति मिलती है, उनकी जगह लेने की नहीं.

homeworld

डोनाल्ड ट्रंप मार्शल लॉ जैसा आदेश लागू कर सकते हैं, आखिर क्या हैं इसके मायने



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

Most Popular

Recent Comments