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JSLPS Yojana: गोड्डा में 224 महिला समूह जेएसएलपीएस योजना से व्यवसाय चला रही हैं. सरकार 10,000 रुपये प्रोत्साहन और 1.5-2 लाख रुपये प्रारंभिक पूंजी देती है.

JLSPS योजना से महिलाएं बन सकती है आत्मनिर्भर.
हाइलाइट्स
- गोड्डा में 224 महिला समूह जेएसएलपीएस योजना से व्यवसाय चला रही हैं.
- सरकार 10,000 रुपये प्रोत्साहन और 1.5-2 लाख रुपये प्रारंभिक पूंजी देती है.
- महिलाएं सिलाई, बुटीक, ब्यूटी पार्लर, पापड़, अचार आदि रोजगार कर सकती हैं.
गोड्डा: ग्रामीण क्षेत्रों की तरह शहरी क्षेत्रों में भी महिलाएं जेएसएलपीएस (Jharkhand State Livelihood Promotion Society) जैसी योजनाओं के माध्यम से महिला समूह बना कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकती हैं. महिला समूह बनाने पर सरकार उन्हें पहले 10,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देती है, इसके बाद कम से कम डेढ़ से दो लाख रुपये तक की प्रारंभिक राशि भी प्रदान की जाती है, जिससे महिलाएं विभिन्न प्रकार के रोजगार कर अपनी आय बढ़ा सकती हैं. गोड्डा शहर में अब तक 224 महिला समूह इससे जुड़कर अपना व्यवसाय चला रही हैं. इसका लाभ गोड्डा नगर परिषद और महागामा नगर पंचायत की महिलाएं भी उठा सकती हैं.
सरकार देती है प्रोत्साहन राशि
गोड्डा नगर परिषद की रेखा कुमारी ने बताया कि महिला समूह बनाने पर सरकार द्वारा 10,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. इसके बाद समूह को 1.5 से 2 लाख रुपये तक की शुरुआती पूंजी सहायता मिलती है. इसके अलावा, समय-समय पर प्रशिक्षण और तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया जाता है. महिला समूहों को बाजार से जोड़ने, प्रदर्शनी में भाग लेने और बैंक ऋण दिलाने में भी सहायता मिलती है.
इस योजना से जुड़कर महिलाएं ऋण लेकर सिलाई-कढ़ाई, बुटीक कार्य, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी डिजाइनिंग, पापड़, अचार, मसाले, बेकरी के उत्पाद, किराना दुकान, स्टेशनरी या अन्य घरेलू सामग्री की बिक्री, ऑनलाइन व्यवसाय (WhatsApp/Facebook के माध्यम से), कैटरिंग, इवेंट डेकोरेशन या टिफिन सेवा, फाइनेंस, ई-कॉमर्स या डिजिटल सेवाओं जैसे कई रोजगार कर सकती हैं.
महिलाओं को मिलेगा आर्थिक सहारा
इस योजना से महिलाओं को नियमित आय, आर्थिक आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास में वृद्धि और सामाजिक पहचान मिलेगी. साथ ही, यह अन्य महिलाओं को प्रेरित करने का भी एक अवसर प्रदान करेगा, जिससे वे बच्चों की शिक्षा और अपने परिवार की स्थिति में सुधार ला सकेंगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाएं अपने मोहल्ले में समूह बना कर नगर परिषद और पंचायत से संपर्क कर सकती हैं.