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Khandwa News: खंडवा के राधेश्याम पवार, जो दोनों पैरों से दिव्यांग हैं, व्हीलचेयर क्रिकेट में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कई राज्यों के लिए खेलते हुए …और पढ़ें

कई राज्यों में राधेश्याम क्रिकेट खेल चुके है अब वह भारत देश के लिए खेलना चाहते ह
हाइलाइट्स
- राधेश्याम पवार व्हीलचेयर पर क्रिकेट खेलते हैं.
- राधेश्याम ने कई राज्यों का प्रतिनिधित्व किया है.
- उनका सपना इंटरनेशनल लेवल पर भारत के लिए खेलना है.
खंडवा. मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले राधेश्याम पवार ने यह साबित कर दिया है कि जज़्बा हो तो कोई भी मुश्किल राह नहीं रोक सकती. दोनों पैरों से दिव्यांग होने के बावजूद राधेश्याम व्हीलचेयर पर बैठकर क्रिकेट खेलते हैं और सिर्फ खेलते ही नहीं, चौकों-छक्कों की बौछार कर मैदान में जोश भर देते हैं.
राधेश्याम एमपी के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्हीलचेयर क्रिकेट में कई राज्यों का प्रतिनिधित्व किया है. वे अब तक दिल्ली सुपरस्टार, चेन्नई सुपरस्टार जैसी टीमों के लिए खेल चुके हैं. हाल ही में वे गुजरात में इंडिया टीम की ट्रायल्स में शामिल हुए और अब उन्हें उम्मीद है कि चयन के बाद वे लंदन में होने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
आत्मविश्वास से भरी बातों में प्रेरणा
उनकी बातों में आत्मविश्वास झलकता है: “लोग सोचते हैं कि विकलांग क्रिकेट नहीं खेल सकते, लेकिन ईश्वर की दया और खुद की मेहनत से हमने ये कर दिखाया है. मैं खंडवा जिले का पहला व्हीलचेयर क्रिकेटर हूं जो नेशनल स्तर तक पहुंचा हूं,” राधेश्याम कहते हैं.
व्हीलचेयर क्रिकेट: हर काम की तरह शानदार
वे आगे बताते हैं कि व्हीलचेयर क्रिकेट में भी 11 खिलाड़ियों की टीम होती है. गेंदबाज़ी, बल्लेबाज़ी और फील्डिंग, सब कुछ व्हीलचेयर से किया जाता है. रनिंग भी उसी से होती है. वे गर्व से कहते हैं कि जैसे सामान्य खिलाड़ी मैदान में दौड़ते हैं, वैसे ही वे अपनी व्हीलचेयर को हवा की तरह दौड़ाते हैं.
स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
अब तक राधेश्याम दिल्ली, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित कई स्थानों पर खेल चुके हैं और खुद खंडवा में भी एक टूर्नामेंट का आयोजन कर चुके हैं. उनका सपना है कि वे इंटरनेशनल लेवल पर भारत के लिए खेलें. पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में पूछने पर राधेश्याम मुस्कराते हैं: “मैं सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा फैन हूं. एक दिन उनसे मिलने की ख्वाहिश है, साथ ही भारत देश के लिए खेलना चाहते हैं.”