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मोरक्को के पहाड़ों पर बना बने स्मीमे टीबी सैनेटोरियम 50 साल पहले अचानक जो बंद हो गया. अचानक इसके बंद होने का कारण भी लोगों को नहीं पता चला और फिर इसके साथ भूतों की कहानियां जुड़ती चली गईं. कहा जाता है कि इस प…और पढ़ें

हैरानी की बात ये है कि अस्पताल बंद क्यों हुआ यह अभी तक साफ नहीं है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
हाइलाइट्स
- मोरक्को का बेन स्मीमे टीबी सैनेटोरियम 1975 में बंद हो गया
- इसे भूतहा और शापित माना जाता है, लुटेरों का कब्जा है
- अस्पताल का निर्माण 1940 में शुरू हुआ और 1955 में पूरा हुआ
अक्सर दुनिया में पुरानी और जर्जर इमारतों के साथ भूतों की कहानियां और अफवाहें फैला दी जाती हैं. लेकिन कई बार अच्छी इमारतों के साथ भी ऐसा हो जाता है. मोरक्कों के एक अस्पताल के साथ ऐसा हुआ है. कभी यह बहुत ही बढ़िया अस्पताल के तौर पर जाना जाता था. लेकिन अचानक बंद क्या हो गया जैसे इमारत तभी से मनहूस हो गई. इसके साथ अफवाहें, भूतों की कहानियां, अपराधियों के संबंध यहां तक कि यहां जाने वालों की मौत की कहानियां भी चल निकलीं. हैरानी की बात ये है कि इसे सुधारने की कोशिश भी नहीं की जा रही है और इसे शापित बताया जा रहा है.
आज भी बढ़िया इमारत
मोरक्को के पहाड़ों पर बना बेन स्मीमे टीबी सैनेटोरियम टीबी मरीजों के लिए बहुत ही बढ़िया अस्पताल माना जाता था और वास्तव में था भी. अगर आप आज भी इसकी इमारत को अंदर से देखेंगे तो यह मानने से इनकार नहीं कर पाएंगे. यह अस्पताल आज भी उतना ही हवादार है जितना पहले था . लेकिन अब यहां पर लुटेरे और कचरा बीनने वालों का कब्जा बताया जाता है.
एक शानदार अस्पताल
यह इमारत एक अमीर फ्रेंच शख्स मॉरिस बोनजीन ने बनाई थी जिसमें साफ पहाड़ी हवा और कुदरती रोशनी का खास ख्याल रखा गया था जिससे मरीजों के इलाज में मदद मिल सके. इमारत का निर्माण 1940 में शुरू हुआ और वह 1955 में बन कर पूरी हुई. 40 एकड़ में फैला यह अस्पताल 400 बिस्तरों का था जिसमें चार डॉक्टर और 32 नर्स काम करते थे. यह टीबी के इलाज के लिए मशहूर अस्पताल बन गया जहां फ्रांस तक से लोग आते थे.

अपने जमाने में यह दुनिया का एक मशहूर अस्पताल बन गया था. (तस्वीर: Wikipedia)
क्यों बंद हुआ अस्पताल
इमारत की पुरानी तस्वीरें बताती हैं कि इसमें बालकनी में इलाज होता था जहां सूर्य की भरपूर रोशनी के साथ आल्प्स के पर्वतों की हवा आया करती थी. लेकिन अस्पताल लंबा ना चल सका. वह रहस्यमयी तरीके से 1975 में बंद हो गया. इसके कारणों को लेकर भी कई अफवाहें हैं. कुछ लोग मानते हैं कि यहां मोरक्को के शासक किंग हुसैन द्वितीय की हत्या की साजिश रचने वाले गुपचुप मिलते ते. तो वहीं कई लोग मोरक्को सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के खराब प्रबंधन को इसकी बर्बादी का जिम्मेदार मानते हैं.
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पर फिर इसके बंद होने के बाद इसके साथ भूतों की कहानियां जुड़ती चली गईं. कहा जाता है कि इस पुराने भूतहा अस्पताल में जाने वाले कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं. जबकि इमारत में जाने पर केवल यही लगता है कि इमारत की किसी ने भी दशकों से सुध नहीं ली है. आज भी इसका जीर्णोंद्धार नहीं किया जा सका है. जबकि इमारत केवल पुरानी हुई है जिसे देखरेख की जरूरत है. इसके बारे में यह भी कहा जाता है कि यह आज भी शापित है.