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North Korea Ship: उत्तर कोरिया अपने सबसे बड़े युद्धपोत का निर्माण कर रहा है, जो 140 मीटर लंबा गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट होगा. सैटेलाइट तस्वीरों से इसका खुलासा हुआ है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह जहाज हाई-टेक हथियारों…और पढ़ें

उत्तर कोरिया बना रहा अपनी नौसान का सबसे बड़ा जहाज. (Reuters)
हाइलाइट्स
- उत्तर कोरिया बना रहा 140 मीटर लंबा युद्धपोत.
- यह जहाज हाई-टेक हथियारों से लैस होगा.
- किम जोंग उन की सेना का आधुनिकीकरण जारी.
प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन फिर दुनिया को चुनौती देने की तैयारी में हैं. नई सैटेलाइट तस्वीरों ने खुलासा किया है कि उत्तर कोरिया अपने अब तक के सबसे बड़े युद्धपोत को बना रहा है. ये जहाज इतना विशाल है कि किम की नौसेना में मौजूद बाकी जहाजों से ये दोगुना बड़ा हो सकता है. मैक्सार टेक्नोलॉजी और प्लैनेट लैब्स की ओर से 6 अप्रैल को तस्वीरें ली गई हैं.
इन तस्वीरों में नैंपो शिपयार्ड पर पानी में एक निर्माणाधीन जहाज दिखाई दे रहा है. राजधानी प्योंगयांग से यह लगभग 60 किलोमीटर दक्षिण में है. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये 140 मीटर लंबा गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट (FFG) है, जो जमीन और समुद्र पर निशाना साधने वाली मिसाइलों से लैस होगा.

अमेरिका के अर्ले बर्क-क्लास डिस्ट्रॉयर 505 फीट और कॉन्स्टलेशन-क्लास फ्रिगेट 496 फीट लंबा है. उत्तर कोरिया का ये जहाज भले ही उनसे छोटा हो, लेकिन किम की नौसेना के लिए ये बहुत बड़ी कामयाबी होगी. हालांकि जहाज का अस्तित्व कोई नई बात नहीं है. किम शासन अपने सशस्त्र बलों के तेजी से आधुनिकरण में लगा हुआ है. पिछले साल उत्तर कोरिया के सरकारी टीवी पर दिखा था कि किम जोंग उन एक जहाज का जायजा ले रहे हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये जहाज अभी भी अधूरा है. रडार, हथियार और सेंसर लगाने में कम से कम एक साल और लगेगा.
जहाज पर होंगे हाई-टेक हथियार
- मिसाइल लॉन्चर: तस्वीरों में दिखा कि जहाज में वर्टिकल लॉन्च ट्यूब होंगी, जो कई तरह की मिसाइलें दाग सकती हैं.
- फेज्ड-ऐरे रडार: विश्लेषकों का मानना है कि इस पर फेज्ड-ऐरे रडार लगेगा जो दुश्मनों को तेजी से ट्रैक कर सकता है. यह उत्तर कोरिया की पुरानी तकनीक से कहीं बेहतर है.
- हाइपरसोनिक मिसाइल का खतरा: साउथ कोरियाई के रिटायर्ड एडमिरल किम डक-की का कहना है कि अगर इस जहाज में जनवरी में टेस्ट की गई हाइपरसोनिक मिसाइल लगी, तो ये इलाके की सुरक्षा के लिए खतरा होगा. उत्तर कोरिया के लिए यह गेम चेंजर से कम नहीं होगा. साउथ कोरिया, जापान और अमेरिका के लिए खतरा बढ़ जाएगा.
- किम जोंग उन लगातार अपनी सेना के आधुनिकीकरण में लगे हुए हैं. उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर नए हथियारों और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर रहे हैं जो अमेरिका तक हमला कर सकती है.
रूस ने की मदद?
उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र के सख्त प्रतिबंध हैं, जो उस तक हथियार बनाने की सामग्री और टेक्नोलॉजी की पहुंच रोकते हैं. फिर भी, किम की सेना तेजी से नए हथियार बना रही है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि रूस-उत्तर कोरिया की बढ़ती दोस्ती इसके पीछे हो सकती है. किम डक-की का कहना है कि रूस शायद इस जहाज के मिसाइल सिस्टम की तकनीक दे रहा है. यूक्रेन युद्ध के बाद से दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हुए हैं. रूसी राष्ट्रपति पुतिन उत्तर कोरिया की यात्रा पर पहुंचे थे. उत्तर कोरिया ने अपने सैनिक रूस युद्ध में उतारे हैं.
उत्तर कोरिया की पुरानी नौसेना
साल 2021 में अमेरिका की एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें बताया गया था कि उत्तर कोरिया की नौसेना में 400 छोटे युद्धपोत और 70 पनडुब्बियां हैं. लेकिन ज्यादातर पुराने और छोटे हैं. इसके दो मुख्य युद्धपोत, नाजिन-क्लास फ्रिगेट, 1970 के दशक के हैं और अब बेकार हो चुके हैं.