Last Updated:
Dehradun: अभी बरसात का मौसम आया भी नहीं है और अभी से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है, एसओपी जारी कर दी गई है.

डेंगू से लड़के के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार करेगा ब्लॉक वार माइक्रोप्लान प्लान
हाइलाइट्स
- उत्तराखंड में अप्रैल में ही डेंगू के 15 मरीज मिले.
- स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू रोकथाम के लिए एसओपी जारी की.
- ब्लड बैंक और पैथोलॉजी लैब्स से समन्वय के निर्देश.
देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अप्रैल के महीने में ही डेंगू के 15 मरीजों के मिलने से उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग चिंता में पड़ गया है. अभी गर्मी पूरी तरह से नहीं आई है और बरसात भी अभी दूर है, लेकिन फिर भी डेंगू के बढ़ते मामले देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर दी है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. उत्तराखंड स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) जारी करते हुए संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए हैं.
जारी हुई एसओपी
स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि “विभाग ने हर साल की तरह इस साल भी अप्रैल के महीने में डेंगू और चिकनगुनिया के प्रबंधन और रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश देते हुए एसओपी जारी कर दी है.” देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि बदलते मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया के लार्वा पनपने का खतरा बना रहता है, जिसे देखते हुए राजधानी देहरादून में डेंगू और मलेरिया से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां कर ली हैं और विभाग की टीम भी सतर्क हो गई है.
ब्लड बैंक और पैथोलॉजी से संपर्क
उन्होंने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर मार्च के महीने में ही विभाग की बैठक की गई थी, जिसमें यह निर्देश दिए गए थे कि डेंगू से लड़ने के लिए जरूरी उपकरणों को हमेशा उपलब्ध रखा जाए. इसके साथ ही 15 अप्रैल तक सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स और खून की उपलब्धता के लिए ब्लड बैंकों से समन्वय बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, पैथोलॉजी लैब्स के साथ भी बैठक की जाएगी ताकि मनमाने तरीके से ये टेस्ट के चार्ज न बढ़ाए जाएं.
ब्लॉकवार माइक्रोप्लान तैयार कर डेंगू से जंग
डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग ने जो एडवाइजरी जारी की है उसके मुताबिक, डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए ब्लॉकवार माइक्रोप्लान तैयार किया जाएगा, जिसमें हर ब्लॉक में डेंगू और मलेरिया के लार्वा स्रोतों पर नियंत्रण किया जा सकेगा. वहीं, इसमें मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने पर जोर दिया जाएगा.
डॉ. कुमार ने बताया कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे डेंगू मरीजों के लिए अलग से बेड आरक्षित रखें, जिससे मरीजों को समय पर इलाज मिल सके. इसी के साथ ही लोगों में जागरूकता लाने के लिए इसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा. हर क्षेत्र की आशाओं को डोर टू डोर जाकर लोगों को जागरूक करने का काम सौंपा गया है.