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famous paan shop in aurangabad: तमाम शहरों में फेमस पान की दुकान होती हैं और इनके अपने खास ग्राहक भी होते हैं.

दुकानदार कुंदन कुमार
औरंगाबाद: शादी-विवाह और अन्य कार्यक्रमों में कई जगह शौकीन लोग पान का स्पेशल स्टॉल लगवाते हैं. पान खाने वाले एक से बढ़कर एक शौकीन आज भी हैं. यही वजह है कि कई शहरों में काफी मशहूर पान की दुकानें भी हैं. आज हम आपको बिहार के औरंगाबाद जिले की एक फेमस पान की दुकान के बारे में बताने जा रहे हैं. औरंगाबाद शहर में 60 वर्षों से पान की दुकान चलाने वाले नारायण पान दुकान के मालिक कुंदन कुमार ने बताया कि लग्न में रोजाना 3 से अधिक स्टॉल लगाने के ऑर्डर रहते हैं.
कुंदन कुमार ने बताया कि उनके पिता नारायण चौरसिया ने इस दुकान की शुरुआत की थी. धीरे-धीरे उनका व्यवसाय बढ़ता गया. वर्तमान में जिले में नारायण की 4 दुकान हैं. इनसे उन्हें महीने के 25 से 30 हजार रुपए की कमाई होती है. कुंदन कुमार ने बताया कि लग्न के दौरान इसकी बिक्री बढ़ जाती हैं. उन्होंने कहा कि उनके दुकान में कई स्पेशल पान बनाए जाते हैं. लोग पहले से ऑर्डर देकर भी पान बनवाते हैं.
लग्न में पान काउंटर की डिमांड
दुकानदार कुंदन कुमार ने बताया कि शादी विवाह के दौरान पान काउंटर, फ्रूट काउंटर, माॅकटेल या कोल्डड्रिंक काउंटर सहित दरबान हुक्का और लाल लाली जोकर की बुकिंग भी वो करते हैं. इन सभी की बुकिंग का चार्ज अलग-अलग होता है. उन्होंने बताया कि उनके पान काउंटर में 20 से अधिक प्रकार होते हैं. वो मगही पान, बनारसी पान, फायर पान, गुलकंद सहित अन्य पान लगाते हैं. दुकानदार ने बताया कि ज्यादातर इस अवसर पर फायर पान की अधिक डिमांड होती है.
रोजाना 500 पान की बिक्री
दुकानदार ने बताया कि पान के व्यवसाय में जहां प्रॉफिट है वहीं नुकसान भी झेलना पड़ता है. खासकर लग्न के दौरान हम लोगों द्वारा कोलकाता से पान को मंगवाया जाता हैं. उसकी लाइफ बहुत कम होती है. ऐसे में मौसम अनुकूल नहीं होने पर पान ख़राब भी होते हैं. उन्होंने कहा की मीठा पान बनाने में 6 से 8 तरह के सामान की आवश्यकता होती है. इन सामानों की क़ीमत 500 रुपए केजी से लेकर 1,500 रुपए तक होती हैं. बता दें नारायण पान दुकान रोज कम से कम 500 पानों की बिक्री करते हैं.