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haj training in Aligarh : इस साल हज यात्री भारत से 29 अप्रैल से 30 मई के बीच सऊदी अरब जाएंगे. हज यात्रा के दौरान जायरीन क्या करें और क्या न करें, इस बारे में जानना बेहत जरूरी है.

अगर आप भी हज यात्रा करना चाहते हैं तो हज ट्रेनिंग ज़रूर लें
हाइलाइट्स
- हज यात्रा इस्लाम के पांच फरायज में से एक है.
- हज यात्रियों के लिए डिजिटल ट्रेनिंग उपलब्ध है.
- अलीगढ़ से 269 जायरीन हज यात्रा के लिए रवाना होंगे.
अलीगढ़. हज करना इस्लाम के पांच फरायज मे से एक है. हज यात्रा इस्लामिक कैलेंडर के 12वें महीने के 8वें दिन से लेकर 13वें दिन तक की जाती है. इस वर्ष हज यात्री भारत से 29 अप्रैल से 30 मई के बीच सऊदी अरब जाएंगे. मुस्लिम समुदाय के लोग दुनिया भर से हज करने के लिए सऊदी के मक्का शरीफ पहुंचते हैं. भारत से भी बड़ी तादाद में लोग हज करने सऊदी जाते हैं. कभी मस्जिद और मदरसों में हज यात्रियों की ट्रेनिंग कराई जाती थी. अब डिजीटल ट्रेनिंग हज यात्रियों की राह को आसान कर रही है. डिजीटल ट्रेनिंग में काबा में पांच दिन होने वाले अनुष्ठान का लाइव डेमो दिया जाता है. इस ट्रेनिंग में प्रोजेक्टर से और ट्रेनर बोल कर समझाता है. इससे हज यात्रा को समझने में आसानी होती है. ये ट्रेनिंग अलीगढ़ के हज ट्रेनर अलग-अलग कई जगहों पर दे रहे हैं.
हज यात्रा को लेकर अलीगढ़ में काफी उत्साह देखने को मिलता रहा है. इस यात्रा को लेकर एएमयू ऑडिटोरियम समेत अन्य जगहों पर ट्रेनिंग का दौर शुरू है. हज यात्रा के दौरान जायरीन क्या करें और क्या न करें, यहां इसकी जानकारी दी जा रही है. इस वर्ष अलीगढ़ से 269 जायरीन हज यात्रा के लिए रवाना होंगे. उत्तर प्रदेश हज समिति की ओर से निरंतर दो माह से गूगल मीट और ऑनलाइन प्रोजेक्टर से जायरीन को ट्रेनिंग दी जा रही है.
भटकने से बचेंगे
हज ट्रेनर मोहम्मद मोइनुद्दीन खान के अनुसार, वे अलग-अलग जगहों पर लोगों को इकट्ठा करके हज की ट्रेनिंग दे रहे हैं. सऊदी अरब में पानी पीने का खास ख्याल रखें, धूप का चश्मा और छतरी का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करें, क्योंकि वहां का तापमान 40 से 50 डिग्री रहता है. कम से कम तीन-चार किलोमीटर पैदल चलने का प्रतिदिन अभ्यास करें. मक्का में हाजी को प्रतिदिन कम से कम 10-12 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. हाजी अपना आई कार्ड और हाथ का कड़ा हर वक्त पहना रहे. इससे वे 35 से 40 लाख की भीड़ में भटकने से बचेंगे.
हर दिन की तैयारी
हज ट्रेनर मोहम्मद मोइनुद्दीन खान बताते हैं कि हज के पांच दिन में कौन-कौन से अरकान करने है. उसकी जानकारी पावर पॉइंट प्रोग्राम के माध्यम से ऑडिटोरियम के बड़े पर्दे पर दी जा रही है. मीना, अरफात, मुजदलफा, शैतान को कंकरी मारने और तवाफे जियारत के तरीके बताए जा रहे हैं. इसके अलावा हज यात्रियों को लगेज ले जाने की जानकारी, हवाई यात्रा कैसे करें, इमीग्रेशन, पासपोर्ट और सिक्योरिटी चेक के बारे में भी ट्रेनिंग दी जाती है.