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London Mumbai Flight Chaos: लंदन से मुंबई जा रही वर्जिन अटलांटिक की फ्लाइट में मेडिकल इमरजेंसी के कारण तुर्की में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. यात्री 42 घंट बाद भी अपने घर नहीं पहुंच पाए हैं. वो भूखे-प्यासे रहन…और पढ़ें

एयरलाइंस ने खेद प्रकट किया. (File Photo)
हाइलाइट्स
- फ्लाइट लंदन से चली, जिसे मुंबई पहुंचना था.
- एक महिला की वजह से प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग हुई.
- इसके बाद लोगों पर आफत आ गई और वो भूखे-प्यासे तड़पते रहे
London Mumbai Flight Chaos: लंदन के हीथ्रो एयरवेज से 260 यात्री विमान में सवार होकर मुंबई के लिए निकले. यह यात्रा उनके लिए किसी नर्क के अनुभव से कम नहीं रही. 30 हजार फीट की ऊंचाई पर एक ऐसी घटना हुई, जिसके बाद के अनुभव को वो जीवनभर नहीं भूलेंगे. करीब 42 घंटे बीत चुके हैं, वो अबतक अपने घर नहीं पहुंच पाए हैं. उन्हें भूखे-प्यासे वक्त बीताना पड़ रहा है. ना एयरलाइंस और ना ही एयरपोर्ट स्टाफ ने उसकी सुध ली. तुर्की के एयरबेंज पर वो बुरी तरह से फंसे रहे. दरअसल, फ्लाइट में एक मेडिकल इमरजेंसी के बाद अंदर चीख-पुकार मच गई.
बताया गया कि वर्जिन अटलांटिक का यह विमान सुबह 11:40 बजे लंदन से निकला. अभी फ्लाइट यूरोप क्रॉस करते हुए एशिया में प्रवेश करने ही वाली थी कि तुर्की के क्षेत्र में एक महिला अचानक जोर-जोर से चिल्लाने लगी. जिसके कारण अंदर अफरा-तफरी मच गई. बताया गया कि यह मेडिकल इमरजेंसी कि स्थिति थी. जिसके बाद पायलट को विमान को तुर्की में ही उतारने का निर्णय लेना पड़ा. एक सूत्र ने बताया कि हालात इतने डरावने हो गए कि चाहकर भी यात्रा को जारी नहीं रखा सका. एयरबस A350 को तुर्की के सैन्य हवाई अड्डे पर शाम चार बजे उतारा गया.
सैन्य एयरपोर्ट पर उतरा विमान
दियारबाकिर हवाई अड्डा एक ऐसा एयरपोर्ट है जहां ज्यादातर सैन्य विमान ही उतरते हैं, लेकिन कुछ यात्री उड़ानें भी वहां से संचालित की जाती हैं. विमान उतरने के बाद उसमें कुछ तकनीकी खराबी की बात भी सामने आई, जिसके करण फ्लाइट को यहीं टर्मिनेंट करना पड़ा. इसके बाद लोगों का यहां भूखे-प्यासे फंसने का दौर शुरू हुआ. लोगों को सिर्फ चावल दिया गया और 16 घंटे तक कोई सहायता नहीं मिली. फंसे हुए लोगों में बच्चे, डायबिटीज के मरीज और बुजुर्ग शामिल थे. वायरल हो रहे एक वीडियो में चार महीने की गर्भवती महिला ने कहा हम सब परेशान हैं कृपया हमारी मदद करें.
‘हम थक गए हैं’
एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, “हम बहुत थक गए हैं. क्या कोई कुछ कर सकता है?” दियारबाकिर हवाई अड्डा बड़े यात्री जहाजों के लिए नहीं बना है और वहां जहाज में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण यह भारत के लिए उड़ान नहीं भर सका. सूत्रों के मुताबिक, राजनयिकों ने 24 घंटे के वीजा की व्यवस्था की ताकि यात्री पास के होटलों में रुक सकें. आज उन्हें सऊदी अरब के रास्ते दूसरी उड़ान से भेजा जा सकता है. यात्रियों ने कहा कि वर्जिन अटलांटिक (VS) की ओर से दूसरी यात्रा के बारे में बहुत कम जानकारी दी गई.
पहले भी हो चुका ऐसा
अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार, उड़ान में देरी होने पर एयरलाइंस को खाना, पानी और ठहरने की व्यवस्था करनी चाहिए. पिछले साल 1 दिसंबर को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जब गल्फ एयर की एक उड़ान मुंबई से मैनचेस्टर जा रही थी और इंजन में आग लगने के कारण कुवैत हवाई अड्डे पर उतारी गई. तब यात्री 13 घंटे तक फंसे रहे थे. इस बार की घटना के बारे में वर्जिन के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमें बहुत खेद है.”