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आईपीएल 2025 में जिस तरह से रनों का बारिश हो रही है उससे बल्लेबाजों के असलहे यानि बैट की चौड़ाई पर कभी कभार शक होना लाजिमी सा हो जाता है. इसी शक को दूर करने के लिए अंपायर अब बीच मैच में बैट की चौड़ाई को चेक कर …और पढ़ें

बीच मैच में अब तक चार बल्लेबाजों का बैट हो चुका है चेक
नई दिल्ली. आईपीएल सीजन 18 में जिस तरह से चौको और छक्कों की बरसात हो रही है उससे हर किसी के जेहन में ये सवाल आ सकता है कि आखिरकार इतने लंबे और जोरदार छक्के कैसे लग रहे है. टेक्नीक और टाइमिंग के एहमियत तो है साथ ही उस बैट का भी बड़ा रोल रहता है जब गेंद बैट से लगने के बाद 110 मीटर ट्रैवल करके स्टैंड यै स्टेडियम के बाहर गिरती है.
बैट को लेकर शंका कोई नई बात नहीं है पर इसका समाधान ढूढने के लिए जो रास्ता बीसीसीआई ने अपनाया है वो इस सीजन में पहली बार देखने को मिल रहा है. इससे पहले मैच शुरु होने से पहले ड्रेसिंग रूम में बल्लों की जांच हुआ करती थी पर अब खुलेआम अंपायर किसी भी समय मैच के दौरान बैट चेक कर सकता है.
चार धुरंधर बल्लेबाजों हुआ बैट चेक
पिछले वीकेंड पर जब दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज करुण नायर ने जसप्रीत बुमराह की पिटाई की तो ड्रिंक्स के दौरान बीच मैदान पर उनके बल्ले को चेक किया गया तो हर किसी के मन में सवाल था कि अंपायर के साथ ऐसा क्यों कर रहे है. इसस पहले राजस्थान रॉयल्स के शिमरोन हेटमायर, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के फिल साल्ट और मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या के बल्ले को मैदान पर खेल के दौरान बैट गेज से मापा गया था। इन सभी खिलाड़ियों के बल्ले का आकार सही पाया गया था. अब आप के जेहन में ये सवाल आ रहा होगा कि ऐसा बीच मैदान क्यों हो रहा है.
बीच पारी में बदलते थे बैट
अक्सर ये देखा जाता है कि 16 से 20 ओवर के दौरान बल्लेबाज अपना बैट बदलते जरूर है क्योंकि बड़े शॉट्स के चक्कर में लोग लॉंग हैंडल और बॉटम से हैवी बैट का इस्टेमाल करते है . अब अंपायर को ये पता नहीं होता कि जो बल्ले वो ड्रेसिंग रूम में चेक करके आया है वो क्या वही बैट हैं. बल्लेबाजों को अनुचित लाभ लेने से रोकने के लिए मैदान पर ही बल्ले के आकार की जांच करना शुरू कर दिया है. बल्ले के आकार की जांच करना एक प्रचलित चलन है लेकिन पिछली बार तक इस प्रक्रिया का पालन ड्रेसिंग रूम के अंदर ही किया जाता था. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने हालांकि पावर-हिटिंग के इस जमाने में अधिक सतर्क रहने के लिए मैच अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर मैदान पर ही बल्ले की किसी भी तरह से जांच करने की अनुमति दी है.
बैट को लेकर क्या है नियम ?
मैच शुरु होने से पहले अंपायर बल्ले के आकार का जांच करने के लिए एक उपकरण ‘बैट गेज’ को अपने पास रखते हैं. अगर बल्ला उस गेज से गुजरता है, तो इसे नियमों के अंतरगत माना जाता है. बल्ले के मुख की चौड़ाई 4.25 इंच (10.79 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए. बल्ले के मध्य भाग (उभरा हुआ भाग) की मोटाई 2.64 इंच (6.7 सेमी) से अधिक नहीं हो सकती. किनारे की अधिकतम चौड़ाई 1.56 इंच (चार सेमी) से अधिक नहीं हो सकती. बल्ले की लंबाई हैंडल के शीर्ष से आधार तक 38 इंच (96.4 सेमी) से अधिक नहीं हो सकती. आईपीएल में इस बार छक्कों की बरसात हो रही है. चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जाइंट्स के बीच सोमवार को होने वाले मैच से पहले तक मौजूदा सत्र में कुल 525 छक्के लग चुके हैं. इनमें से 31 छक्के तो अकेले वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन ने लगाए हैं.