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USA VS IRAN: रेड सी लंबे समय से अमेरिका और यमन के हूती का जंग का मैदान बना हुआ है. इस मैदाने जंग में अब और घमासान मचने वाला है. ईरान को दो तरफा नुकसान पहुचाने का सामान भी इकट्ठा किया जा चुका है. हूती ने अमेरिक…और पढ़ें

मिडिल ईस्ट में 2 अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप तैनात
हाइलाइट्स
- अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में दो कैरियर स्ट्राइक ग्रुप तैनात किए.
- ईरान को परमाणु कार्यक्रम पर 60 दिन का अल्टिमेटम दिया.
- हूती विद्रोहियों पर अमेरिकी हमले जारी.
USA VS IRAN: मिडिल ईस्ट एक बार फिर से युद्ध के मैदान में तब्दील होने की कगार पर है. अमेरिका का ईरान को परमाणु कार्यक्रम पर सीधी बातचीत के लिए 60 दिन का अल्टिमेटम दिया है. इससे पहले ही अमेरिका ने ईरान और उसके समर्थित विद्रोही संगठन हूती पर हमले का ब्लू प्रिंट भी तैयार कर रखा है.उसी के तहत मिडिल ईस्ट में अमेरिका ने अपने एक कैरियर स्ट्राइक ग्रुप तैनात किया था. जो कि हूती के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम दे रहा था. अब इसका साथ देने के लिए एक और कैरियर स्ट्राइक ग्रुप भी मिडिल ईस्ट के इलाके में पहुंच चुका है.पिछले छ महीने में यह दूसरी बार है जब मिडिल ईस्ट में अमेरिका के दो एयक्राफ्ट कैरियरों की तैनाती एक साथ की गई है. न्यूक्लियर पावर्ड सुपर कैरियर USS कार्ल विनसन इंडो-पैसेफिक के इलाके में ऑपरेट कर रहा था जिसे मिडिल ईस्ट के लिए रवाना किया गया था. जो अब अपनी पोजिशन पर पहुंच चुका है. खास बात यह है कि इस पर पांचवी पीढ़ी के F-35C स्टेल्थ एयरक्राफ्ट तैनात है.
ग्राउंड जीरो पर पहुंच चुका है कार्ल विनसन
हूती लगातार अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुप पर हमले कर रहा है. इसका जवाब भी दिया जा रहा है. अमेरिका ने सेंट्रल कमॉड में दो कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ऑपरेट किया जाएगा है. खुद अमेरिका के सेंट्रल कमॉड ने सोशल मीडिया X पर दोनों एयरक्राफ्ट कैरियर के विडियों साझा किए है. और लिखा है कि USS कार्ल विनसन अपने F-35C लाइटनिंग II के साथ कैरियर स्ट्राइक ग्रुप USS हैरी ए ट्रूमैन के साथ सेंट्र कमांड में काम कर रहा है. पिछले साल 15 दिसंबर को मिडिल ईस्ट मे तैनात के लिए कैरियर स्ट्राइक ग्रुप USS हैरी ए ट्रूमैन स्वेज कैनाल को पार करते हुए रेड सी के इलाके में पहु्ंचा था.
180 एयरक्राफ्ट और सैकड़ों मिसाइल रेड सी में
कैरियर स्ट्राइक ग्रुप USS हैरी ए ट्रूमैन से अमेरिकी F-18 ने उड़ान भर कर हूती पर बड़ा हमला किया. हैरी एस. ट्रूमन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में USS गेटिसबर्ग, USS स्टाउट और USS जैसन डनहम शामिल हैं. कैरियर एयर विंग (CVW) 1 ट्रूमन में सवार है.मिडिल ईस्ट के इलाके में पहुंच चुके कार्ल विंसन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में क्रूजर USS प्रिंसटन, डिस्ट्रॉसर USS स्टेरेट और USS विलियम पी. लॉरेंस शामिल हैं. खास बात तो यह है कि इन दोनों कैरियर पर कुल मिलाकर 180 एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर तैनात है.स्ट्राइक फाइटर स्कवॉडर्न F-18 E, F-18F, F-35C, इलेक्ट्रॉनिक अटैक स्कवॉडर्न EA-18G, एयरबोर्न कमॉड एंड कंट्रोल स्कवॉडर्न E-2D, फ्लीट लॉजेस्टिक स्कवॉडर्न C-2A, हैलिकॉप्टर स्ट्राइक स्कवॉडर्न MH-60 R, हैलिकॉप्टर सी कॉंबेट स्कवॉडर्न MH-60S की तैनाती है. मतलब साफ है कि आने वाले दिन में यमन की जमीन लाल होने वाली है.
6 महीने में दूसरी बार दो एयरक्राफ्ट कैरियर
मिडिल ईस्ट में अमेरिका अपने एयरक्राफ्ट कैरियर को तैनात कर यमन से लेकर ईरान तक एयर स्ट्राइक को अंजम दे सकता है. इन कैरियरों से किसी भी आतंकी ठिकाने पर एयर स्ट्राइक कर सकता है. पिछले साल USS रूजवेल्ट मिडिल ईस्ट में तैनात था. उसे रिपलेस करने के लिए USS अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को भेजा गया था. लेकिन इसी समय अमेरीकी सरकार ने USS रूजवेल्ट की तैनाती को बढ़ा दिया था. इसी साल 15 मार्च से लेकर अब तक अमेरिका ने यमन के हूति विद्रोहियों के 100 से ज्यादा ठिकानों पर स्ट्राइक किया. अब एक बार फिर से मिडिल ईस्ट में अमेरिकी के दो स्ट्राइक कैरियर ग्रुप तैनात हो चुके हैं.