Last Updated:
Jharkhand News: पलामू के सांसद विष्णुदयाल राम ने केंद्रीय रेलवे मंत्री से पलामू एक्सप्रेस के टाइम टेबल बदलने को लेकर मुलाकात की थी. पलामू एक्सप्रेस, बरकाकाना से चलकर पटना होते हुए राजगीर तक जाती है.

पलामू एक्सप्रेस का बदला समय. (प्रतिकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- पलामू एक्सप्रेस का टाइम टेबल बदला गया.
- नया टाइम टेबल जल्द लागू किया जाएगा.
पलामू: ‘पलामू एक्सप्रेस’ ट्रेन का नाम आपने भी सुना होगा. ये एक ऐसी ट्रेन है जो कई दशकों से झारखंड-बिहार के लोगों के लिए लाइफलाइन बनी हुई है. किसी जमाने में पलामू एक्सप्रेस हजारों की भीड़ लेकर सफर किया करती थी. पलामू एक्सप्रेस से मंत्री, विधायक, डीसी, एसपी पटना जाया करते थे. अब उस पलामू एक्सप्रेस का टाइम टेबल बदल गया है. पलामू एक्सप्रेस के टाइम टेबल बदलने के संबंध में रेलवे की तरफ से मंगलवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है. बदला गया टाइम टेबल जल्द ही लागू किया जाएगा. आइए जानते हैं सबकुछ…
पलामू के सांसद ने की थी मांग
पलामू के सांसद विष्णुदयाल राम ने केंद्रीय रेलवे मंत्री से पलामू एक्सप्रेस के टाइम टेबल बदलने को लेकर मुलाकात की थी. पलामू एक्सप्रेस, बरकाकाना से चलकर पटना होते हुए राजगीर तक जाती है. वापस में राजगीर से पटना होते हुए पलामू के रास्ते बरकाकाना तक जाती है. अब इसके टाइम टेबल में बदलाव किया गया है.
यह है नया टाइम टेबल
नई टाइम टेबल के अनुसार, पलामू एक्सप्रेस बरकाकाना से शाम 6:30 बजे खुलेगी और डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर रात 10:05 पर पहुंचेगी. पहले पलामू एक्सप्रेस बरकाकाना से रात 9:35 में खुलती थी और डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर 12:30 पर पहुंचती थी. इस संबंध में रेलवे बोर्ड कोचिंग के संयुक्त सचिव विवेक कुमार सिन्हा द्वारा पत्र जारी किया गया है.
फिलहाल, बदलाव किए गए समय सारणी के लागू होने के तिथि की घोषणा नहीं की गई है, जिससे बरवाडीह- बरकाकाना रेलखंड के अंतर्गत आने वाले लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
1981 से चल रही है ट्रेन
पलामू सांसद विष्णुदयाल राम का कहना है कि कि पलामू एक्सप्रेस का टाइम टेबल बदलने से इलाके के लोगों को काफी फायदा होगा और लोगों को पटना जाना आसान हो जाएगा. पलामू सांसद के प्लान में एक्सप्रेस का टाइम टेबल बदलने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार प्रकट किया है. बता दें कि पलामू एक्सप्रेस का परिचालन 1981 में शुरू हुआ था.