Food For Collagen Production: बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव आना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. लेकिन इन बदलावों की रफ्तार और प्रभाव हमारे खानपान और जीवनशैली पर निर्भर करते हैं. आजकल लोग कम उम्र में ही थकान, जोड़ों में दर्द, त्वचा की चमक खोना, बालों का सफेद होना और शरीर में कमजोरी जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं.
अक्सर हम इन लक्षणों को उम्र या तनाव का नतीजा मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन इसके पीछे एक अहम कारण होता है – कोलेजन की कमी. कोलेजन एक ऐसा प्रोटीन है जो हमारी त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों और बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
स्किन को रखता है टाइट
लोकल 18 के साथ बातचीत के दौरान उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित कायाकल्प हर्बल क्लिनिक के डॉ राजकुमार (डी.यू.एम) ने कहा कि कोलेजन शरीर में प्राकृतिक रूप से बनने वाला एक स्ट्रक्चरल प्रोटीन है, जो स्किन को टाइट रखता है, हड्डियों को मज़बूती देता है और मांसपेशियों व टिशूज को सपोर्ट करता है.
इसलिए आती हैं झुर्रियां
जब शरीर में इसकी मात्रा कम होने लगती है, तो झुर्रियां दिखने लगती हैं, त्वचा ढीली पड़ जाती है, बालों में मजबूती की कमी महसूस होती है और हड्डियों में दर्द की शिकायतें शुरू हो जाती हैं. यही वजह है कि बढ़ती उम्र के साथ-साथ कोलेजन के स्तर को बनाए रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है. इसके लिए आप ये उपाय कर सकते हैं.
1. पत्तेदार हरी सब्जियां (Leafy Greens)
पालक, केल, स्विस चर्ड जैसी हरी सब्जियां कोलेजन बूस्टिंग डाइट में सबसे अहम मानी जाती हैं. इनमें विटामिन C और क्लोरोफिल भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा देते हैं. क्लोरोफिल त्वचा की कोशिकाओं को रीजेनेरेट करने में मदद करता है और विटामिन C कोलेजन सिंथेसिस में अहम भूमिका निभाता है.
2. खट्टे फल (Citrus Fruits)
संतरा, नींबू, कीनू और मौसंबी जैसे फल विटामिन C के अच्छे स्रोत हैं. विटामिन C कोलेजन के उत्पादन में एक मुख्य एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. यह शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है और त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है.
3. नट्स और बीज (Nuts & Seeds)
बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और फ्लैक्स सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड, जिंक और विटामिन E पाया जाता है, जो कोलेजन को टूटने से बचाते हैं. ये त्वचा की नमी बनाए रखने और स्किन की इलास्टिसिटी को सुधारने में मदद करते हैं.
4. हड्डियों का शोरबा (Bone Broth)
हड्डियों से बना शोरबा एक नैचुरल कोलेजन स्रोत है. यह सीधे शरीर में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाता है. इसमें ग्लूटामिन, ग्लाइसिन और प्रोलाइन जैसे अमीनो एसिड पाए जाते हैं, जो कोलेजन के निर्माण में सहायक होते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.