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Agriculture Tips: इन झारखंड समेत मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में बेमौसम बारिश हुई. ऐसे में अगर आपकी भी गेहूं की फसल भीग गई तो टेंशन न लें. ये तरीका आपको नुकसान से बचा लेगा. एक्सपर्ट से जानें..

खेत में गेहूं की खेती खराब.
हाइलाइट्स
- बारिश से भीगे गेहूं की फसल की अभी कटाई न करें
- आम के टिकोले झड़ गए, लेकिन फल बड़े और मीठे होंगे
- सब्जियों के पौधों को भी नुकसान हुआ है
कोडरमा. झारखंड के कई जिलों में इन दिनों लगातार रुक-रुक कर हो रही बारिश और ओलावृष्टि से एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं बदले मौसम ने किसानों को चिंता में डाल दिया है. पिछले 4-5 दिन से मौसम ने करवट बदली है और लगातार तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है, जिससे राज्य भर के तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है.
बारिश में भीगे गेहूं की फसल की अभी न करें कटाई
जहां बारिश आम लोगों के लिए राहत भरी है, वहीं, दूसरी ओर बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बदले मौसम से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. कई फल, सब्जी और अनाज पर बारिश और ओलावृष्टि का खासा प्रभाव पड़ा है. सबसे ज्यादा नुकसान आम, खेतों और खलिहानों में पड़े गेहूं और कुछ सब्जियों को हुआ है. कोडरमा के कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार रॉय ने बताया कि जो फसलें खेतों में पड़ी हैं, उन्हें वहीं फैला दिया जाए, ताकि उनमें आई नमी सूख जाए. इसके अलावा जो खड़ी फसलें खासकर गेहूं हैं, उन्हें अभी न काटा जाए, उनके मॉइस्चर निकलने का इंतजार किया जाए, उसके बाद ही उन्हें काटा जाए.
आम के मंजर को नुकसान, लेकिन फल होंगे बड़े मीठे
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि बारिश का सीधा असर आम पर पड़ा है. इसके अलावा वैसे अनाज खासकर गेहूं जो अब भी खेतों में ही पड़े हैं, उनके खराब होने का खतरा बढ़ गया है. वहीं आम की बात करें तो इस साल आम के पेड़ों पर काफी अच्छे मंजर आए थे, जिससे इस वर्ष आम का बेहतर उत्पादन होने की उम्मीद थी. लेकिन बीते दिनों हुई ओलावृष्टि के कारण भारी मात्रा में आम के टिकोले पेड़ों से झड़ गए. हालांकि उन्होंने बताया कि अगर आगे अब ओलावृष्टि नहीं होती है तो यह बारिश आम के लिए काफी फायदेमंद भी साबित होगी. क्योंकि, आम के पेड़ों को अच्छी मात्रा में पानी मिल चुका है, जिससे आम के आकार में बढ़ोतरी के साथ-साथ आम काफी मीठा भी होगा.
सब्जियों के पौधों को नुकसान
किसान बीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस बेमौसम बरसात ने हल्की राहत के साथ ज्यादा परेशानी बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि आम के टिकोले झड़ गए हैं, टमाटर के फूल झड़ गए हैं, बैंगन के पत्ते झुलस गए हैं, जिससे बैंगन खराब हो रहा है. वहीं इस बारिश से मिर्ची, करेला और खीरा भी खराब हो गए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे जैसे कई किसान हैं जिनको काफी नुकसान हुआ है. अब वे बारिश से हुए नुकसान को लेकर सरकार से मदद मांग रहे हैं.