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Gopalganj News: गोपालगंज में किशोरी के गैंगरेप मामले में आरजेडी विधायक प्रेमशंकर प्रसाद ने पुलिस पर आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी के दबाव में आरोपियों को छोड़ा गया. एसपी ने गिरफ्तारी से इंकार किया है.

गैंगरेप के इस मामले में आरजेडी विधायक प्रेमशंकर प्रसाद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
हाइलाइट्स
- आरजेडी विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाया.
- विधायक के पास कॉल रिकॉर्ड होने का दावा.
- एसपी ने किसी की गिरफ्तारी से इंकार किया.
गोविंद कुमार/गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज में कार से किशोरी को अगवा कर गैंगरेप किये जाने के मामले में अब राजनीति तेज हो गयी है. गैंगरेप के इस मामले में आरजेडी विधायक प्रेमशंकर प्रसाद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया. लेकिन, सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के कहने पर थाने से आरोपियों को छोड़ दिया गया.
विधायक ने ये भी दावा किया कि जिन नेताओं ने डीएसपी और एसपी को कॉल करके आरोपियों को छुड़वाया उनका कॉल रिकॉर्ड भी उनके पास मौजूद है. आरजेडी विधायक के इस बयान के बाद राजनीति तेज हो गयी है. वहीं, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि ये राजनीति का विषय नहीं है, बल्कि लज्जा का विषय है. उन्होंने कहा कि जो लोग इस घटना में शामिल हैं, उनपर कानून कड़ी कार्रवाई करेगा.
वहीं, जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता और बैकुंठपुर के पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में ऐसी घटनाओं पर एफआईआर और गिरफ्तारी तक नहीं होती थी. उन्होंने कहा कि सरकार गैंगरेप की घटना को लेकर गंभीर है और सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इधर, आरजेडी विधायक के आरोपों पर एसपी अवधेश दीक्षित ने गिरफ्तारी बात से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को थाने से छोड़ा गया है, उनका नाम एफआईआर (FIR) में नहीं था. अभियुक्तों के परिजन थें, जिन्हें पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया गया है.
बता दें कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में बीते 10 अप्रैल को घर से बाजार करने निकली किशोरी को कार सवार तीन युवकों ने अगवा कर लिया था. इस घटना में पुलिस ने पीड़िता के बयान पर निशांत कुमार, छोटू कुमार समेत तीन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया था, लेकिन अबतक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. हालांकि मेडिकल रिपोर्ट अभी तक नहीं मिला है, जिससे गैंगरेप के आरोप की पुष्टि हो सके. अबतक देखना कि किशोरी के साथ हुए इस घटना में पुलिस कबतक आरोपियों की गिरफ्तारी कर पाती है और राजनीति कहा तक पहुंचकर विराम लेता है.