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Netball Championship: शबनम नाज़, अम्बिकापुर की मुस्लिम लड़की, ने गरीबी को मात देकर नेटबॉल में राष्ट्रीय स्तर पर सफलता पाई. उनके पिता साइकिल रिपेयरिंग का काम करते हैं और शबनम को खेल में प्रोत्साहित करते हैं.

साईकिल रिपेयरिंग वाले कि बेटी नेटबॉल खिलाड़ी
हाइलाइट्स
- शबनम नाज़ ने नेटबॉल में राष्ट्रीय स्तर पर सफलता पाई
- साइकिल रिपेयरिंग का काम करते हैं शबनम के पिता
- हरियाणा में नेशनल जुनियर मिक्स नेटबॉल चैम्पियनशिप में शबनम हुई शामिल
अंबिकापुर. सफलता कि एक अनोखी दास्तान जहां गरीबी को मात देने का हुनर और गरीबों कि बस्ती में बेटियों को घर से बाहर जाने कि अनुमति और बेटी कि हौसला अफजाई अगर कोई पिता करता है तो सफलता क़दम चूमती है. ऐसी हीं एक कहानी छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर की है जहां शबनम नाज़ शुरू से ही खेल में दीवानगी रही है. ऐसे में शबनम नाज़ अम्बिकापुर के गांधी स्टेडियम मैदान में तीन साल से नेट बाल का रोज़ सुबह अभ्यास करतीं हैं. यही वजह है कि राष्ट्रीय मिक्स नेटबॉल में शबनम नाज़ का चयन हरियाणा में आयोजित जुनियर मिक्स नेटबॉल में हुआ जहां से अब वो खेलकर भी आ चुकी है.
साइकिल रिपेयरिंग का काम करते हैं पिता
शबनम नाज़ मुस्लिम समुदाय कि लड़की है जिनके पिता साइकिल रिपेयरिंग का काम करते हैं. आप खुद समझ सकते हैं कि शबनम के पिता की इतनी मेहनत के बाद जब उसकी बेटी का चयन नेशनल लेवल पर हो जाए तो खुशियां बुलंदियों पर होती है. आइए जानते हैं शबनम नाज़ के इस सफलता की कहानियां.
हरियाणा में नेशनल मैच में चयन
शबनम नाज़ लोकल 18 कि टीम को बताते हैं कि पिछले दो तीन सालों से वे पढ़ाई के साथ नेटबॉल का अभ्यास करतीं हैं. सुबह 6 से 8और शाम को 4 से 6 बजे तक स्टेडियम मैदान अम्बिकापुर में अभ्यास करतीं हैं. शबनम नाज़ 11वीं कक्षा में अध्ययनरत हैं. उनके पूरे घर-परिवार का भरपूर समर्थन रहता है. शबनम नाज़ अपनी सफलता का श्रेय उनके पिता-गुरूजनों और घरवालों को देना चाहते हैं जिन्होंने सपोर्ट किया. शबनम बताती हैं कि वे अपने इस कम समय-के छोटे सफ़र में नेटबॉल चैम्पियनशिप में हाल ही में हरियाणा में नेशनल खेलकर आईं हैं और राज्य कि बात करें तो शबनम रायपुर दुर्ग बिलासपुर कोरबा जैसे बड़े शहरों में अपना लोहा मनवाया है.
घर से शबनम को भरपूर सपोर्ट
शबनम नाज़ के पिता नेजाम खान बताते हैं कि उनकी बेटी नेटबॉल कि खिलाड़ी हैं और हालही में हरियाणा में नेशनल खेलकर आईं हैं. घर से भरपूर सपोर्ट शबनम को मिलता है और शबनम के पिता खुद खेल के प्रति शबनम का हौसला बुलंद करते हैं. रोज़ सुबह शाम नेटबॉल का अभ्यास करतीं हैं. शबनम हरियाणा में आयोजित जुनियर मिक्स नेटबॉल चैम्पियनशिप में चयन होकर घर आई हैं. बेटी तो हमें भी बहुत अच्छा लगता है वैसे तो शबनम रायपुर दुर्ग बिलासपुर कोरबा जैसे शहरों में खेल चुकीं और शबनम के गुरूजन लगातार बीच-बीच में मार्गदर्शन देते रहते हैं.