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Agricultural News: उत्तराखंड के बागेश्वर में किसान लहसुन की फसल को बेहतर बनाने के लिए अप्रैल में पत्तों को गांठ देते हैं. यह पारंपरिक नुस्खा लहसुन को मोटा और स्वस्थ बनाता है.साथ ही बंपर पैदावार भी होती है.

लहसुन के पत्तों में लगा लें गांठ
हाइलाइट्स
- अप्रैल में लहसुन के पत्तों को गांठ दें
- पारंपरिक नुस्खा लहसुन को मोटा और स्वस्थ बनाता है
- इस तकनीक से लहसुन की फसल रोगमुक्त होती है
बागेश्वर: उत्तराखंड में बागेश्वर के पहाड़ी क्षेत्रों की खेती में परंपरागत ज्ञान और घरेलू नुस्खों का विशेष महत्व होता है. यहां के किसान मौसम और फसलों की जरूरतों के हिसाब से अपने तरीके से खेती करते हैं. जिससे उन्हें अच्छी उपज भी मिलती है. ऐसा ही एक अनोखा घरेलू तरीका लहसुन की फसल को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो अप्रैल के महीने में किया जाता है.
बता दें कि लहसुन की बुवाई के बाद जब उसके पत्ते बढ़ने लगते हैं और पौधा मजबूत हो जाता है. तो अप्रैल के महीने में किसान एक विशेष काम करते हैं. वे लहसुन के हरे पत्तों को हाथ से गांठ देते हैं. ये गांठ एक ही पौधे की पत्तियों में दी जाती है या दो पौधों की पत्तियों को एक साथ बांधकर बनाई जाती है.
रोगमुक्त होती है फसल
बागेश्वर के स्थानीय जानकार किशन मलड़ा ने लोकल 18 को बताया कि ये पारंपरिक नुस्खा लहसुन की गांठ को मोटा और स्वस्थ बनाने में मदद करता है. इससे न केवल लहसुन का आकार अच्छा होता है, बल्कि उसमें कीड़े भी नहीं लगते हैं. यह तकनीक कई पीढ़ियों से इस्तेमाल की जा रही है और इसके परिणामस्वरूप किसानों को अच्छी और रोगमुक्त फसल मिलती है.
इस प्रक्रिया के दो महीने बाद, यानी जून के अंत या जुलाई की शुरुआत में, लहसुन को जमीन से बाहर निकाला जाता है. इस समय तक लहसुन की गांठें पूरी तरह विकसित हो चुकी होती हैं और उनमें अच्छी खुशबू और स्वाद आ जाता है.
लहसुन की खेती के लिए अपनाएं पहाड़ी नुस्खा
उत्तराखंड के किसान आधुनिक तकनीक के साथ-साथ इन परंपरागत घरेलू तरीकों को भी अपनाते हैं. जिससे खेती अधिक लाभकारी बनती है. लहसुन जैसी मसालेदार फसल में ऐसे उपाय अपनाकर किसान रासायनिक दवाओं के बिना भी अच्छी उपज ले सकते हैं. अगर आप भी लहसुन की खेती कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, तो यह पहाड़ी नुस्खा जरूर अपनाएं.
इससे न केवल आपकी फसल बेहतर होगी, बल्कि उत्पादन भी बढ़ेगा और गुणवत्ता भी बनी रहेगी. जो किसान कम मात्रा में लहसुन की खेती करते हैं, वो इस तरीके को आसानी से अपना सकते हैं. यदि आप अधिक मात्रा में लहसुन की खेती करते हैं, तो आप इसके पत्तों को जमीन पर भी पसार सकते हैं. ऐसा करने से पत्तों का पोषण भी गांठ को मिलेगा.