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Bilaspur Rural Area Water Crisis: बिलासपुर के ग्राम पंचायत मानिकचौरी में इन दिनों ग्रामीणों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है. भूजल स्तर नीचे चले जाने की वजह से गांव के अधिकांश हैंडपंप अब पानी देना बंद कर दिया है…और पढ़ें

मानिकचौरी में सूख गए सभी हैंडपंप, गर्मी में गहराया जल संकट.
हाइलाइट्स
- बिलासपुर के मानिकचौरी गांव में जल संकट गहराया.
- हैंडपंप सूखने से ग्रामीणों को पानी के लिए संघर्ष.
- प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीणों में आक्रोश.
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला स्थित ग्राम पंचायत मानिकचौरी में इन दिनों ग्रामीणों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है. तेज़ी से गिरते भूजल स्तर और सूख चुके हैंडपंपों ने गांव के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि ग्रामीणों को मीलों दूर से पानी लाना पड़ रहा है. बार-बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन की अनदेखी से लोगों में आक्रोश है.
मानिकचौरी के ग्रामीण लखेश्वर नायक ने बताया कि गांव के अधिकांश हैंडपंप अब पानी देना बंद कर चुके हैं. भूजल स्तर इतना नीचे चला गया है कि नलों से एक बूंद पानी नहीं निकल रहा है. इससे ग्रामीणों को दैनिक जरूरतों के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
भूजल स्तर में लगातार गिरावट जारी
गर्मी के बढ़ते प्रकोप के चलते गांव का भूजल स्तर चिंताजनक रूप से गिर गया है. पहले जहां हैंडपंप से आसानी से पानी निकलता था, अब वहीं नलों से सिर्फ हवा निकल रही है. ग्रामीण बताते हैं कि हर साल गर्मी में पानी की दिक्कत होती है, लेकिन इस बार हालात और भी गंभीर हो गए हैं. ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है और सुनने वाला कोई है.
प्रशासन पर अनदेखी का लगाया आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल संकट को लेकर कई बार पंचायत और संबंधित विभागों को शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. न तो सूखे नलों की मरम्मत हुई और न ही वैकल्पिक पेयजल की व्यवस्था की गई. इससे गांव की बड़ी आबादी प्रभावित हो रही है. गांव में पेयजल की समस्या विकराल होती जा रही है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी को पीने के पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. लोग दूर-दराज के क्षेत्रों से पानी ढोकर ला रहे हैं, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है.