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Ranchi IIIT Admission: रांची के ट्रिपल आईटी संस्थान में एडमिशन की होड़ मचती है. क्योंकि यहां एंट्री मतलब नौकरी की गारंटी. हालांकि, यहां एडमिशन इतना आसान नहीं. प्रोफेसर से जानें सब..

रांची आईआईआईटी एडमिशन प्रोसेस.
हाइलाइट्स
- IIIT रांची में एडमिशन के लिए लानी होगी इतनी रैंक
- ECE के लिए जनरल कैटेगरी में 56,000 रैंक चाहिए
- औसत पैकेज 15 लाख, हाईएस्ट पैकेज 83 लाख तक गया
रांची. अगर आप इंडियन इंस्टीट्यूट इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) रांची में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. यहां एडमिशन के लिए कुछ खास क्राइटेरिया है, जिन्हें पूरा करने के बाद ही आपको एडमिशन मिल सकता है. झारखंड की राजधानी रांची के बूटी मोड में स्थित IIIT के प्रोफेसर ने बताया कि यहां एडमिशन का क्या फार्मूला है.
IIIT के सीनियर प्रोफेसर डॉ. संतोष ने लोकल 18 को बताया कि यहां एडमिशन पाने के लिए सबसे पहले छात्रों को JEE Main में अच्छी रैंक लानी होगी. यहां JEE Main के आधार पर ही एडमिशन मिलता है. इसके बाद काउंसलिंग होती है और डाटा वेरिफिकेशन के बाद सीट पक्की होती है. इसके अभ्यर्थी को एक निश्चित रैंक लाना जरूरी होता है.
इतनी रैंक लाना जरूरी
डॉ. संतोष बताते हैं कि अगर आप ECE (इलेक्ट्रॉनिक एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग) की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 56,000 रैंक लानी होगी. पिछले साल इतना ही कट ऑफ गया था, यह जनरल कैटेगरी के लिए है. वहीं, अगर आप ओबीसी में हैं तो 82,000 रैंक तक के एडमिशन हुए हैं. ECE के एम्बेडेड सिस्टम एंड आईओटी में एडमिशन लेना है तो 47,000 के आसपास रैंक होना चाहिए.
डाटा साइंस, एआई के लिए इतनी रैंक
इसके अलावा, अगर आप इंजीनियरिंग डाटा साइंस एंड एआई में करना चाहते हैं, तो जनरल कैटेगरी के लिए 40,000 के आसपास रैंक होनी चाहिए. ओबीसी के लिए 55,000 के आसपास. अगर आप इतना रैंक लाने में सफल हो जाते हैं तो यहां पर सीट पक्की हो सकती है।
जोसा द्वारा काउंसलिंग
यहां पर जोसा द्वारा काउंसलिंग की जाती है. अगर आपका JEE Main में इतनी रैंक है या उसके आसपास भी हैं तो आपको काउंसलिंग में बैठना होगा. फिर, वहीं से सिलेक्शन होता है. इसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फिर फाइनल एडमिशन व पेमेंट कर आप IIIT में एडमिशन पा सकते हैं. यहां हॉस्टल की भी सुविधा है. गुजरात, छत्तीसगढ़, यूपी जैसे राज्यों से बच्चे आकर पढ़ाई करते हैं.
सबसे अधिक पैकेज 83 लाख तक गया
डॉ. संतोष बताते हैं कि हमारा हाईएस्ट पैकेज अब तक 83 लाख रुपये गया है जो एक ऑस्ट्रेलिया की नामी कंपनी द्वारा दिया गया था. यहां औसत पैकेज 15 लाख तक रहता है. अब यह बच्चे पर निर्भर करता है कि वह कितना हाईएस्ट ले जा पाता है. गूगल से लेकर अमेजॉन और महिंद्रा जैसी कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आती हैं. ऐसे में बच्चों के पास विकल्प और अवसर की कमी नहीं है.