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डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को 50% अतिरिक्त टैरिफ की धमकी दी, जबकि अमेरिका-चीन व्यापार घाटा 295 बिलियन डॉलर है. इससे अमेरिकी कंपनियों की लागत दोगुनी हो सकती है.

डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 50 फीसदी एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने की धमकी दी है.
हाइलाइट्स
- ट्रंप ने चीन पर 50% अतिरिक्त टैरिफ की धमकी दी.
- अमेरिका-चीन व्यापार घाटा 295 बिलियन डॉलर है.
- अमेरिकी कंपनियों की लागत दोगुनी हो सकती है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को धमकी दी है कि अगर उसने अमेरिका पर लगाया गया टैरिफ नहीं हटाया तो अमेरिका चीन पर 50 फीसदी एक्स्ट्रा टैरिफ लगाएगा. लेकिन यह धमकी देते हुए ट्रंप गलत आंकड़ों का हवाला दे गए. पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका का चीन के साथ व्यापार घाटा 1 ट्रिलियन डॉलर है. लेकिन आंकड़े बताते हैं कि यह घाटा सिर्फ 295 बिलियन डॉलर है. कुछ इसी तरह का झूठ ट्रंप ने भारत के साथ ट्रेड डेफिसिट के मामले में भी बोला था. ऐसे में बड़ा सवाल है कि टैरिफ के जाल में ट्रंप फंस रहे हैं या फिर फंसाए जा रहे हैं?
ट्रंप ने चीन पर जो 50% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने की धमकी दी है, वह पिछले हफ्ते लगाए गए 4% टैरिफ के अतिरिक्त होगा. इसके अलावा चीन पर अमेरिका 20% टैरिफ पहले से लगा रहा है. यानी सबको जोड़ लें तो चीन से माल लाने वाली कई अमेरिकी कंपनियों को कम से कम 104% कर का सामना करना पड़ेगा – जिससे कुछ ही महीनों में उनकी लागत लगभग दोगुनी हो जाएगी. पहले भी ट्रंप ऐसा कर चुके हैं, इसलिए चीन को टेंशन होना लाजिमी है. उन्होंने यूरोप से आने वाली शराब पर 200% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी. कनाडा के स्टील और एल्युमीनियम पर 50% टैरिफ लगाने की धमकी भी दे चुके हैं. हालांकि, दोनों मामलों में एक समझौता हो गया है और टैरिफ नहीं लग सका. अरबों डॉलर के नुकसान के बावजूद ट्रंप झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. आज ही उन्होंने कहा कि हमें अच्छा फ्यूचर नजर आ रहा है. बीमारी ठीक करने के लिए कड़वी दवाई तो देनी पड़ेगी.
अगर चीन पर 104 फीसदी टैरिफ हुआ तो कितना और किसका नुकसान?
- चीन की इकोनॉमी पर असर
- चीन की अर्थव्यवस्था काफी हद तक निर्यात पर निर्भर है और अमेरिका उसका सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. 2023 में चीन ने अमेरिका को लगभग 500 अरब डॉलर के सामान निर्यात किए थे.
- 100% टैरिफ से अमेरिकी बाजार में चीनी सामानों की कीमत दोगुनी हो जाएगी, जिससे उनकी मांग में भारी गिरावट आएगी. इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के अनुमान के मुताबिक, इससे चीन का GDP 2-2.5% तक कम हो सकता है.
- ट्रंप के इस फैसले से इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, मशीनरी इंडस्ट्री में लाखों नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं. इससे चीन में विद्रोह होने की आशंका बढ़ सकती है. कई चीनी कंपनियां पहले ही वियतनाम, मैक्सिको जैसे देशों में जा रही हैं. 100% टैरिफ से यह और तेज होगा.
अमेरिका पर क्या असर
द बजट लैब एट येल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए चीनी सामान जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, कपड़े की कीमतें बढ़ जाएंगी. एक अनुमान के मुताबिक, इससे औसत अमेरिकी परिवार की खरीद लागत 1,600-2,000 डॉलर सालाना बढ़ सकती है . अमेरिकी कंपनियां जो चीनी कच्चे माल या कलपुर्जों जैसे सेमीकंडक्टर, बैटरी पर निर्भर हैं, उनकी उत्पादन लागत बढ़ेगी. अमेरिकी GDP में 0.3-0.6% की गिरावट आ सकती है.