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Warts Treatment: अगर आपके शरीर पर बहुत मस्से हैं या सिर्फ चेहरे पर बड़े मस्से हैं आसानी से नहीं हट रहे थे, तो दादी का ये नुस्खा जरूर ट्राई करें. आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि ये नुस्खा उन्होंने खुद अपनाया था. आरा…और पढ़ें

मस्से से हैं परेशान तो अपनाएं दादी अम्मा के समय के ये आसान घरेलू उपाय, चूना से ह
हाइलाइट्स
- पान के पत्ते और चूने से मस्से हटाएं
- कचनार पौधे का काढ़ा भी असरदार
- अग्निकर्म से मस्से जलाकर हटाए जाते हैं
Health Tips: बहुत से लोगों के चेहरे और गर्दन पर मस्से होते हैं. कुछ बड़े मस्से खूबसूरती को बिगाड़ देते हैं. हालांकि, मस्सों से दर्द नहीं होता, लेकिन चेहरे और गर्दन पर ये देखने में अच्छे नहीं लगते. कई लोग मस्से हटाने के लिए महंगे प्रोडक्ट्स या ट्रीटमेंट्स का सहारा लेते हैं. लेकिन, ये मस्से दादी मां के घरेलू नुस्खे से भी आसानी से हटाए जा सकते हैं. बशर्ते इसकी जानकारी होनी चाहिए.
गुमला के आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया कि पुराने जमाने से मस्से हटाने का यह आसान तरीका चला आ रहा है. सबसे पहले पान के पत्ते का रस लें, उसमें खाने वाला चूना मिलाएं. जितने मस्से हैं, उस हिसाब से रस में चूना मिलाएं और शरीर में जहां मस्से हैं, वहां लगाएं. इधर-उधर लगाने से कोई फायदा नहीं है. रस मस्से की जड़ और ऊपर लगाकर छोड़ दें.
मैंने खुद आजमाया
डॉक्टर ने कहा, 1-2 मिनट के अंदर मस्से के पास झनझनाहट महसूस होने लगेगी। उसके बाद उसे एलोवेरा जेल या सामान्य पानी से धो लें. फिर स्पिरिट से वॉश कर लें. मस्सा अपने आप झड़ जाएगा. एक बार में ही मस्सा झड़ जाएगा. अगर किसी का 1 बार में मस्सा नहीं झड़ता है तो 1-2 दिन बाद पुनः इस नुस्खे को आजमाएं. निश्चित ही मस्सा खत्म हो जाएगा. यह मेरा खुद का आजमाया हुआ नुस्खा है.
इस पत्ते का काढ़ा भी असरदार
आगे बताया, यह समस्या ज्यादातर लोगों में देखने को मिलती है. बहुत सारे लोगों को चेहरे और गले पर मस्से होते हैं. छोटे-छोटे मस्से बड़े मस्से में बदल जाते हैं. इसके निवारण के लिए कचनार पौधे के पत्ते का काढ़ा, उसकी छाल का काढ़ा या फिर उसके फूल का सेवन करें. इन चीजों का सेवन करने से ऐसी समस्या उत्पन्न नहीं होगी. अगर पहले से किसी को मस्से हो गए हैं, तो दादी मां के नुस्खे आजमाएं, जिसे आयुर्वेद में छार विधि कहते हैं. यह बहुत ही आसान और सरल है. इससे मस्से आसानी से हट जाते हैं.
मस्सा जलाया भी जाता है..
एक और विधि है अग्निकर्म, जिसमें मस्से को जलाया जाता है. जलाने से वह तुरंत समाप्त हो जाता है. इसे अष्ट धातु के शलाका से मस्से के मुंह पर जलाते हैं, जिसे अग्निक्रम कहते हैं. अग्निकर्म सर्जरी का ही एक रूप है, जिसके माध्यम से मस्से को हटाया जाता है. इसमें किसी तरह का दर्द नहीं होता. मस्से हटाने के बाद हल्दी या कोई एंटीसेप्टिक का प्रयोग किया जाता है. यह कोई जानकार की कर सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.