Last Updated:
Bangladesh News: बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस भारत संग दुश्मनी निभा रहे हैं और पाकिस्तान संग संबंध बढ़ा रहे हैं. भारत ने फिलहाल जवाबी कार्रवाई नहीं करने का निर्णय लिया है.

बांग्लादेश के भारत विरोधी रुख, पाकिस्तान संग बढ़ती नजदीकी पर चिंता
हाइलाइट्स
- बांग्लादेश के नेता मोहम्मद यूनुस भारत विरोधी रुख अपना रहे हैं.
- भारत ने बांग्लादेश पर जवाबी कार्रवाई नहीं करने का निर्णय लिया है.
- बांग्लादेश पाकिस्तान संग व्यापारिक संबंध बढ़ा रहा है.
नई दिल्ली: बांग्लादेश के नए आका मोहम्मद यूनुस भारत संग दुश्मनी निभाने का कोई कसर नहीं छोड़ रहे. बांग्लादेश लगातार भारत विरोधी चाल चल रहा है. कारोबार को लेकर भी बांग्लादेश तेवर दिखा रहा है. दूसरी ओर वह पाकिस्तान संग गलबहियां करने की कोशिश में जुटा है. भारत के लिए यह चिंता का सबब बना हुआ है. बावजूद इन सबके भारत बड़ा दिल दिखाएगा. वह बांग्लादेश को जैसे को तैसा वाली नीति से जवाब नहीं देगा. सूत्रों का कहना है कि भारत सरकार ने संकेत दिए हैं कि अभी वह बांग्लादेश पर कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, भारत को ढाका में कारोबार को लेकर दिख रहे विरोधी तेवरों पर चिंता है. हालांकि, भारत फिलहाल ‘जैसे को तैसा’ वाली नीति पर नहीं चलेगा. बांग्लादेश की तरफ से कारोबारी मसलों पर कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहे हैं. ऐसी भी खबरें हैं कि बांग्लादेश ने भारत से जमीन के रास्ते आने वाले यार्न यानी धागा के आयात पर रोक लगा दी है. इशारों-इशारों में भारत ने बांग्लादेश को ट्रेड वार में न उलझने की नसीहत दी है.
यह ऐसे वक्त में हुआ है, जब भारत ने 2020 में बांग्लादेश को दी गई ट्रांस-शिपमेंट सुविधा हाल ही में वापस ली है. हालांकि, इसके पीछे का मकसद भारत के बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर भीड़भाड़ कम करना है. भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि इस कार्रवाई का असर बांग्लादेश से नेपाल और भूटान को होने वाले निर्यात पर न पड़े, जो भारतीय क्षेत्र से होकर गुजरता है.
भारत विरोधी तेवर
ढाका की तरफ से लगातार भारत विरोधी बयान दिए जा रहे हैं. साथ ही ऐसे कदम भी उठाए गए हैं, जो दोनों देशों के बीच कारोबारी रिश्तों में तल्खी पैदा करते हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में बैंकॉक में बांग्लादेश के अंतरिम मुखिया मुहम्मद यूनुस संग मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने साफ-साफ उनसे ऐसी बयानबाजी से बचने को कहा था ताकि दोनों देशों के बीच माहौल और खराब न हो.
बांग्लादेश दिखा चुका है तेवर
सूत्रों का कहना है कि ट्रांस-शिपमेंट सुविधा रद्द होने से पहले ही बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कुछ ऐसे कदम उठाए थे, जिससे व्यापारिक संबंधों के खराब होने का खतरा पैदा हो गया था. भारत के साथ लगने वाले 3 जमीनी बंदरगाहों को बंद करने और यार्न के आयात को बंद करने के फैसले मार्च में ही लिए गए थे. जनवरी में बेनापोल सीमा शुल्क चौकी पर ‘कड़ी निगरानी’ रखने के ढाका के फैसले को भी एक सीमित करने वाले कदम के रूप में देखा गया था..
बांग्लादेश का पाक प्रेम
भारत संग कारोबारी रिश्ता खराब करने की कोशिश के बीच बांग्लादेश का पाकिस्तान के प्रति प्रेम भी बढ़ रहा है. एक तरफ जहां अंतरिम सरकार भारत के साथ व्यापार सीमित करने की सोच रही है, वहीं दूसरी ओर उसने पाकिस्तान के साथ सीधा व्यापार फिर से शुरू कर दिया है. बांग्लादेश फरवरी में ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ पाकिस्तान (TCP) के जरिए पाकिस्तान से 50,000 टन चावल खरीदने को राजी हुआ था.
पाकिस्तान संग यारी
पाकिस्तान के साथ ढाका के संबंधों का फिर से शुरू होना भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. भारत पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र मानता है. माना जा रहा है कि शुरुआत में पाकिस्तान बांग्लादेश को अपने निर्यात को बढ़ावा देने के मौके तलाश रहा है. दशकों बाद दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय संपर्कों में जबरदस्त तेजी आई है. पाकिस्तान की विदेश सचिव आयशा बलोच गुरुवार को ढाका के दौरे पर जाने वाली हैं और अगले हफ्ते विदेश मंत्री इसहाक डार ढाका जाएंगे. ऐसे में भारत की भी नजर रहेगी.