ऋषिकेश. अनहेल्दी खान-पान और तनावपूर्ण जीवनशैली कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे रही हैं. उन्हीं रोगों में से एक है फैटी लिवर डिजीज, जो पहले केवल शराब पीने वालों में देखी जाती थी, लेकिन अब ये समस्या आम लोगों में भी तेजी से बढ़ रही है. ये स्थिति तब बनती है जब लिवर में जरूरत से ज्यादा फैट जमा हो जाता है. फैटी लिवर का इलाज समय पर न किया जाए, तो ये सिरोसिस, लिवर फेलियर और यहां तक कि लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों में भी बदल सकता है. चौंकाने वाली बात ये है कि कुछ आम फूड आइटम्स, जो हमारी रोजमर्रा की डाइट का हिस्सा बन चुके हैं, वो शराब से भी ज्यादा हानिकारक हो सकते हैं. लोकल 18 के साथ बातचीत में उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित कायाकल्प हर्बल क्लीनिक के डॉ. राजकुमार (डीयूएम) कहते हैं कि फैटी लिवर की बीमारी अब केवल शराब पीने वालों तक सीमित नहीं रह गई है.
डॉ. राजकुमार बताते हैं कि गलत खान-पान की आदतें और प्रोसेस्ड, तले हुए और मीठे खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन इस समस्या को और गंभीर बना रहे हैं. अगर आप लिवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो अपनी डाइट से इन खतरनाक चीजों को निकालना जरूरी है. इसके स्थान पर साबुत अनाज, ताजे फल, हरी सब्जियां और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें. नियमित एक्सरसाइज और समय पर भोजन लिवर की सेहत को सुधारने में मदद करता है. याद रखिए, लिवर शरीर का फिल्टर है. अगर ये ही खराब हो गया तो शरीर में जहर भरना तय है. ऐसे में समय रहते सतर्क हो जाना में ही समझदारी है.
1. मीठे पेय (सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स और पैक्ड जूस)
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि पैक्ड जूस या एनर्जी ड्रिंक हेल्दी होते हैं, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है. इन पेयों में बहुत अधिक मात्रा में शुगर और हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप होता है. ये लिवर में फैट को तेजी से जमा करता है, जिससे फैटी लिवर का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप नियमित रूप से ऐसे मीठे पेय का सेवन कर रहे हैं, तो समझ लीजिए कि आप धीरे-धीरे अपने लिवर को खराब कर रहे हैं, ठीक उसी तरह जैसे शराब लिवर को नुकसान पहुंचाती है.
2. प्रोसेस्ड मीट (सॉसेज, बेकन, हॉट डॉग
प्रोसेस्ड मीट का सेवन आज के समय में स्टेटस सिंबल बन चुका है, लेकिन इनमें अत्यधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट्स, कैलोरीज और सोडियम पाया जाता है, जो लिवर पर एक्स्ट्रा दबाव डालता है. लंबे समय तक इनका सेवन लिवर में सूजन और फैटी टिशू बनने का कारण बनता है, जो अंततः लिवर की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है.
3. तली हुई चीजें (फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, चिप्स)
जंक फूड का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है, लेकिन यही स्वादिष्ट लगने वाला फूड लिवर का सबसे बड़ा दुश्मन है. इनमें ट्रांस फैट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो न सिर्फ शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं बल्कि लिवर में जमा होकर सूजन और डैमेज का कारण बनते हैं. ये धीरे-धीरे लिवर की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है और उसकी संरचना को सड़न में बदल देता है.
4. बेक्ड आइटम्स (पेस्ट्री, कुकीज, केक)
इन चीजों में भी ट्रांस फैट्स और रिफाइंड शुगर की भरमार होती है. इनमें न्यूट्रिशनल वैल्यू लगभग न के बराबर होती है. रोजाना बेक्ड आइटम्स का सेवन न केवल वजन बढ़ाता है, बल्कि लिवर पर अतिरिक्त बोझ डालता है जिससे फैट जमा होने लगता है.
5. व्हाइट ब्रेड और रिफाइंड कार्ब्स
व्हाइट ब्रेड, मैदा और दूसरी रिफाइंड चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है, जिससे ब्लड शुगर अचानक बढ़ता है. ये इंसुलिन रेसिस्टेंस की स्थिति पैदा करता है, जो फैटी लिवर का एक बड़ा कारण बन सकता है. रिफाइंड कार्ब्स लिवर में फैट स्टोर करने की प्रक्रिया को तेज करते हैं और लिवर के अस्तर को नुकसान पहुंचाते हैं.