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US Donald Trump : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ फैसले से देशभर में विरोध तेज हो गया है. मशहूर निवेशक बिल एकमैन ने इसे ‘आर्थिक पागलपन’ बताया और चेताया कि इससे देश आर्थिक तबाही की ओर बढ़ सकता है. 50 राज्यों म…और पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक उनसे नाराज दिख रहे हैं.
हाइलाइट्स
- ट्रंप के टैरिफ फैसले से देशभर में विरोध तेज
- बिल एकमैन ने ट्रंप को टैरिफ को बताया
- 50 राज्यों में लाखों लोगों ने प्रदर्शन किया
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद से दुनिया डरी हुई है. ट्रंप के कदम से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मच गई है, और अर्थशास्त्रियों से लेकर आम लोगों तक में डर का माहौल है. ट्रंप के मुताबिक वह अमेरिका को लूट से बचा रहे हैं, लेकिन अब उनके इस दावे की हवा निकल रही है. अमेरिका के बिजनेस भी ट्रंप के टैरिफ को देखकर डरे हैं. ट्रंप के कट्टर समर्थक भी अब उन्हें यह ‘आर्थिक पागलपन’ बंद करने को कह रहे हैं. मशहूर बिजनेसमैन और पर्शिंग स्क्वायर के सीईओ बिल एकमैन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जो चीजें हो रही हैं, इसलिए ट्रंप को वोट नहीं दिया गया था. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका में पिछले ढाई महीनों से ट्रंप की नीतियों के खिलाफ उबाल बढ़ रहा है. शनिवार को ‘हैंड्स ऑफ’ प्रदर्शनों ने 50 राज्यों को हिला दिया.
बिल एकमैन ने ताजा बयान जारी कर राष्ट्रपति को चेतावनी दी है कि वह टैरिफ को रोकें, वरना देश ‘खुद ही अपनी तबाही’ की ओर बढ़ेगा. उन्होंने लिखा, ‘राष्ट्रपति ने टैरिफ को वैश्विक मुद्दा बनाकर सही शुरुआत की थी, लेकिन अब यह एक खतरनाक मोड़ ले चुका है. सभी देशों पर एक साथ भारी टैरिफ लगाना आर्थिक युद्ध छेड़ने जैसा है. यह अमेरिका में व्यापार के लिए, निवेश के लिए, और बाजार के लिए विश्वास को खत्म कर रहा है.’
ट्रंप को दी नसीहत
एकमैन ने इस बात पर हैरानी जताई कि कैसे उन्होंने दोस्तों और अपने विरोधियों पर एकसमान टैरिफ लगाया. टैरिफ 9 अप्रैल को लागू होंगे, उससे पहले उन्होंने ट्रंप को सुझाव दिया है. बिल ने कहा 9 अप्रैल से पहले 90 दिनों का टैरिफ होल्ड करें. बातचीत करें, और इस संकट को टालें. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम एक ‘आर्थिक न्यूक्लियर विंटर’ की ओर बढ़ रहे हैं, जिसकी कीमत हमारे नागरिक चुकाएंगे. खासकर वे गरीब लोग जिन्होंने ट्रंप को वोट दिया.’ उन्होंने चेतावनी दी, ‘बिजनेस आत्मविश्वास का खेल है, और राष्ट्रपति इसे खो रहे हैं. कोई भी सीईओ या बोर्ड इस अनिश्चितता में बड़े निवेश नहीं करेगा.’
ट्रंप के खिलाफ अमेरिका में प्रदर्शन
ट्रंप का ताजा टैरिफ ऐलान को कई एक्सपर्ट्स आर्थिक आत्महत्या मान रहे हैं. शनिवार को 6 लाख से ज्यादा लोगों ने देशभर में प्रदर्शनों में हिस्सा लिया. वाशिंगटन डीसी में वाशिंगटन मॉन्यूमेंट के पास प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए, तो न्यूयॉर्क में मैनहट्टन की सड़कें 20 ब्लॉक तक भरी रहीं. प्रदर्शनकारी टैरिफ के साथ-साथ सरकारी नौकरियों में कटौती, सार्वजनिक सेवाओं की फंडिंग में कटौती से नाराज हैं.