JEE Success Story: लाइफ में सफलता हासिल करने के लिए मेहनत के साथ रेगुलर प्रयास करने की जरूरत पड़ती है. इसके बिना सफल हो पाना मुश्किल होता है. आज हम एक ऐसे ही लड़के के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने रोजाना 10-12 घंटे की पढ़ाई करके जेईई की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 8 हासिल की हैं. इसके साथ ही ट्राइसिटी टॉपर का खिताब भी अपने नाम किया है. उन्होंने इस परीक्षा में 360 में से 324 अंक प्राप्त किए हैं. यह उनकी मेहनत और समर्पण का प्रतिफल है. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम चैतन्य अग्रवाल (Chaitanya Aggarwal) है.
जेईई में हासिल की 8वीं रैंक
जेईई की परीक्षा में 8वीं रैंक लाने वाले चैतन्य अग्रवाल चंडीगढ़ से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट ऐनी स्कूल, चंडीगढ़ से की हैं. साथ ही इसी स्कूल से उन्होंने कक्षा 10वीं की भी पढ़ाई की हैं. इसके बाद उन्होंने श्री गुरु हरकिशन स्कूल, सेक्टर 40, चंडीगढ़ से कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की हैं. उन्होंने अपनी सफलता के लिए रेगुलर और फोकस को मुख्य कारण बताया है. वर्ष 2021 की जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में 8वीं रैंक, तो जेईई मेंस की परीक्षा रैंक 62 हासिल की हैं.
रोजाना करते थे 10-12 घंटे की पढ़ाई
चैतन्य जेईई की परीक्षा को पास करने के लिए रोजाना दिन में 10-12 घंटे तक लगातार पढ़ाई की. वह दिन भर पढ़ते थे और उन्हें यह भी नहीं पता चलता था कि वह कितने अध्याय पूरे किए हैं. लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद होने के कारण उन्हें सेल्फ स्टडी पर अधिक समय देने का मौका मिला. चैतन्य ने कक्षा 10वीं के बाद से अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद कर दिया था और तब से उनका उपयोग नहीं किया है, ताकि वह अपनी पढ़ाई में पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकें.
पिता रियल एस्टेट एजेंट, तो मां हैं नर्सिंग ऑफिसर
चैतन्य के पिता संजीव कुमार एक रियल एस्टेट एजेंट हैं और उनकी मां निशा सिंगला एक नर्सिंग ऑफिसर हैं. उन्होंने अपनी सफलता का मंत्र शेयर करते हुए कहा कि निरंतरता सफलता की कुंजी है. आप जो भी पढ़ते हैं, उसे नियमित अंतराल पर दोहराते रहें. ध्यान केंद्रित करना बहुत ज़रूरी है. यदि आप इस पर ध्यान देंगे, तो आपके अध्ययन का समय मायने नहीं रखेगा. हमेशा अपने शिक्षकों और उनके मार्गदर्शन पर विश्वास रखें और सुनिश्चित करें कि आपका नॉलेज मजबूत और वैचारिक रूप से सही हो.
अब कर रहे हैं ये काम
जेईई की परीक्षा में 360 में से 324 अंक हासिल करने के बाद चैतन्य ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार इसके साथ ही उन्होंने फ्रैंकलिन टेम्पलटन नामक में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में इंटर्नशिप की हैं. वह फिलहाल एम्स्टर्डम-ज़ुइड, नॉर्थ हॉलैंड, नीदरलैंड में ऑप्टिवर कंपनी में इंटर्नशिप कर रहे हैं.
चैतन्य अग्रवाल की यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का कारण बनी है, बल्कि यह हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है जो कठिन मेहनत और सही दिशा में किए गए प्रयासों से अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं.
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