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Mahagathbandhan Meeting Today: पटना में आज महागठबंधन की अहम बैठक होगी जिसमें आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी और लेफ्ट पार्टियां शामिल होंगी. बैठक में सीट बंटवारे, सीएम फेस और सामूहिक रणनीति पर चर्चा होगी.

दिल्ली के बाद आज पटना में महागठबंधन की अहम बैठक होने वाली है.
हाइलाइट्स
- महागठबंधन की बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी.
- सीएम फेस पर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी.
- आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों पर विवाद जारी.
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है. विधानसभा चुनाव को लेकर अलग-अलग बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है. इसी क्रम में आज पटना में महागठबंधन की अहम बैठक होने वाली है. इस बैठक में महागठबंधन की सहयोगी पार्टियां आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी और लेफ्ट के सभी दल शिरकत करेंगे और विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा करेंगे. दरअसल 2 दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई आरजेडी और कांग्रेस की बैठक के बाद अब पटना में होने वाली महागठबंधन की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.
बताया जा रहा है कि महागठबंधन की इस बैठक में विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे, सीएम फेस, कॉमन एजेंडा प्रोग्राम समेत अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा होगी. सूत्रों के अनुसार महागठबंधन की इस बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर सामूहिक रणनीति बनाने और समन्वय समिति के गठन पर विशेष बातचीत होगी. समन्वय समिति के जरिये ही चुनाव के लिए रणनीति बनाने के एजेंडे पर फोकस किया जाएगा. वहीं बीते कुछ दिनों से कांग्रेस और वीआईपी के इशारों ही इशारों में सीट की मांग पर सियासी गलियारे में छिड़ी बहस को लेकर भी इस बैठक में चर्चा होगी.
सीएम फेस और सीट शेयरिंग पर सहमति बनाने की होगी कोशिश
इस बैठक के दौरान सीएम फेस पर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी. दरअसल आरजेडी की ओर से तेजस्वी यादव को बार-बार महागठबंधन का सीएम फेस बताया जा रहा है. लेकिन, कांग्रेस इसको लेकर पूरी तरह से तैयार नहीं दिख रही है. ऐसे में बैठक के दौरान सीएम फेस को लेकर भी कुछ तय किया जा सकता है. वहीं बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र महागठबंधन में 50-70 सीटों का पेंच और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस को आरजेडी 50 सीट से ज्यादा देने के मूड में नहीं है और तो कांग्रेस ने भी यह शर्त रख दी है कि 70 सीट में ही समझौता हो सकता है. साथ ही उपमुख्यमंत्री कांग्रेस से होगा यह पहले ही तय हो जाए. जबकि आरजेडी इसके लिए तैयार नहीं है. मामला यही फंस गया है. अब 17 अप्रैल यानि आज पटना में महागठबंधन की बैठक बुलाई गई है.
बिहार में बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है RJD
हालांकि पार्टी सूत्रों का दावा है कि दोनों मुद्दों पर कुछ आगे-पीछे होकर समाधान निकाला जाएगा और इसके लिए बैठकों का दौर शुरू हो चुका है. राजनीति के जानकारों का मानना है कि बिहार में आरजेडी अपना अपर हैंड रखने और ज्यादा से ज्यादा सीटों पर खुद चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुकी है. अपने उम्मीदवारों को ग्रीन सिग्नल देने और चुनाव की तैयारी करने को कहा जा चुका है. बीते चुनावों में भी यह देखा जा चुका है कि दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं. दोनों पार्टियां बिहार की राजनीति में अहम भूमिका में हैं. इस चुनाव में दोनों को उम्मीद है वे बेहतर परिणाम पा सकेंगे. जातिगत वोट बैंक को लेकर आरजेडी और कांग्रेस अपने अपने दावों पर अड़ गईं हैं.