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Muzaffarpur Fire: मुजफ्फरपुर के सकरा रामपुर मनी गांव के दलित बस्ती में लगी आग ने जलसी देवी को तबाह कर दिया. इस हादसे में कई घर जल गए और बच्चों की मौत हुई. जलसी देवी ने कर्ज लेकर बेटा-बेटी की शादी के लिए कपड़े-ग…और पढ़ें

आग में समान जलने के बाद जानकारी देते पीड़ित
हाइलाइट्स
- मुजफ्फरपुर में आग से 4 बच्चों की मौत.
- दर्जनों घर जलकर राख, शादी का सामान भी जला.
- गांव में मातम, परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल.
मुजफ्फरपुर. जिले के सकरा रामपुर मनी गांव के दलित बस्ती में अचानक आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि तुरंत आस पास के दर्जनों घरों को आग अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद घर में फंसे लोग जैसे तैसे कर अपना जान बचाते हुए घर से बाहर निकले. इस दौरान एक परिवार के तीन बच्चे घर में ही फंसे रह गए, जिनके कारण आग में झुलसकर उनकी मौत हो गई. इसके बाद पूरे गांव में मातम पसर गया.
वहीं, इस हादसे में दो परिवारों अपने बच्चों के शादी के लिए सालों से जोड़कर रखी हुई खुशियां गहने, साड़ी, कपड़ा, सभी चीजें परिवार के आंखों के सामने ही जलकर राख में तब्दील हो गईं. अब घर में धुंए की गंध, जले हुए गहने और बर्तन ही बचे हैं. परिवार के पास खाने को अन्न नहीं है. परिवार को अब यह समझ नहीं आ रहा है कि वह करें तो आखिर क्या करें.
आंखों में आंसूं और बातों में दर्द लेकर जलसी देवी बताती है कि “बहुत दिन से सब समान जोर के रखले रहली, महाजन से सूद पर पैसा लेकर बेटी के देवे लागी सब सामान खरीद के रखले रहली अब सब जड़ गेलक…अगला महीना मई में शादी के दिन रहलई अब की होताई.” पति रंजीवन राम कहते है कि खाए लागी भी अब कुछ न बचलई अब खत्म. चार बेटी ही है. तीसरी बेटी की शादी थी, बेटा नहीं है. हम खुद मजदूरी करके जमा किए थे, सब खत्म हो गया.
वही भूइली देवी बताती है कि अगले महीने 27-28 मई को उनके बेटे की शादी थी, लेकिन अब न घर रहा और न समान न खाने के लिए बचा न पहनने के लिए. यही कहते वही रोती रही है. इस घटना के बाद पूरे गांव के मातम पसरा हुआ है. लोगों का रो रो कर बुरा हाल है.