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Silkyara Tunnel News: चार धाम रोड कनेक्टिविटी का हिस्सा यह परियोजना तब सुर्खियों में आई थी, जब 40 मजदूर फंस गए थे. हालांकि कड़ी मेहनत के चलते सभी मजदूरों को सुरक्षित रूप से मजदूरों को बचा लिया गया था.

सिलक्यारा टनल प्रोजेक्ट जल्द होगा पूरा.
देहरादूनः उत्तराखंड के जिस सिलक्यारा टनल में 40 से अधिक मजदूर हफ्तों तक फंसे रहे, अब उसका काम पूरा होने जा रहा है. बुधवार को यानी कि 16 अप्रैल को उत्तराखंड के सिल्क्यारा में आधिकारिक तौर पर एक सफलता हासिल हो जाएगी, जब दोनों तरफ से खोदी गई सुरंग के दोनों छोर मिलेंगे यानी कि आर-पार होंगे. नवंबर 2023 में निर्माणाधीन सिल्क्यारा बेंड-बरकोट सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद से यह परियोजना महीनों तक अटकी रही. सूत्रों ने कहा कि इस सफलता के साथ खुदाई का काम पूरा हो जाएगा और बाकी काम पूरा होने के बाद सुरंग अगले एक साल में इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाएगी.
चार धाम रोड कनेक्टिविटी का हिस्सा यह परियोजना तब सुर्खियों में आई थी, जब 40 मजदूर फंस गए थे. हालांकि कड़ी मेहनत के चलते सभी मजदूरों को सुरक्षित रूप से मजदूरों को बचा लिया गया था. घटना के बाद, सरकार ने भारी खर्च और 4.5 किलोमीटर लंबी सुरंग के महत्व को देखते हुए परियोजना को बचाने का फैसला किया था. सड़क परिवहन मंत्रालय ने पिछले साल जनवरी में राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) को निर्माण शुरू करने की अनुमति दी थी.
एक अधिकारी ने कहा, “खुदाई और मलबे की खुदाई के दौरान सभी मुद्दों को संबोधित किया गया है। सभी सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक बदलाव भी किए गए हैं.” हालांकि ढहने की विस्तृत जांच रिपोर्ट में एनएचआईडीसीएल, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने वाली इकाई, निर्माण फर्म और पर्यवेक्षण सलाहकार या प्राधिकरण इंजीनियर (एई) की ओर से लापरवाही पाई गई थी, लेकिन सरकार ने अभी तक इनमें से किसी भी इकाई के खिलाफ कोई महत्वपूर्ण कार्रवाई नहीं की है.
कंपनियों के अधिकारियों ने बताया कि अब खुदाई के लिए केवल पांच मीटर का हिस्सा बचा हुआ है. यह चार दिन के भीतरप पूरा खोद लिया जाएगा. वहीं इसको आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा और उसके बाद इसपर आवाजाही के लिए सुचारू किया जाएगा. बता दें कि सुरंग के शुरू होने से गंगा और यमुना घाटी के बीच की 40 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी.