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Tariff War News: डोनाल्ड ट्रंप ने दशकों पुरानी व्यवस्था को तिलांजलि देते हुए पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है. रेसिप्रोकल टैरिफ के तहत ट्रंप सरकार ने दुनिया के तकरीबन सभी देशों पर टैरिफ लगा दिया है.

कांग्रेस के सीनियर लीडर आनंद शर्मा ने ट्रंप के टैरिफ वॉर पर तगड़ा हमला बोलते हुए बड़ी डिमांड की है.
हाइलाइट्स
- ट्रंप के टैरिफ वॉर पर कांग्रेस ने सरकार से की बड़ी डिमांड
- आनंद शर्मा बोले- इस मामले पर बने नेशनल टास्क फोर्स
- डोनाल्ड ट्रंप व्यवस्था को तहस-नहस करना चाहते हैं- कांग्रेस
नई दिल्ली. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जबसे अमेरिका की कमान संभाली है, दुनिया में हलचल मची हुई है. ट्रंप की ओर से छेड़ गए टैरिफ वॉर से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. शेयर बाजार में निवेशकों के लाखों करोड़ स्वाहा हो चुके हैं. टैरिफ वॉर की आग से भारत भी अछूता नहीं है. फिलहाल इसका आकलन किया जा रहा है. दूसरी तरफ, ट्रंप के टैरिफ वॉर पर कांग्रेस की ओर से रिएक्शन आया है. कांग्रेस ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बनी बनाई व्यवस्था को तहस-नहस करना चाहते हैं. पार्टी के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने सरकार से इस मसले पर विपक्षी दलों के साथ मिल बैठकर विचार-विमर्श करने नेशनल टास्क फोर्स गठित करने की मांग की है.
आनंद शर्मा ने कहा कि ट्रंप सरकार का फैसला देश और दुनिया के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. एक पक्षीय निर्णय को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अनिश्चितता का वातावरण बना है. टैरिफ वॉर से सिर्फ व्यापार से जुड़ा नहीं, बल्कि राष्ट्र प्रभावित होते हैं, फिर चाहे वे धनी हों या फिर गरीब देश हों. आनंद शर्मा ने कहा, ‘ट्रंप और अमेरिका का यह एकतरफा फैसला है. अमेरिका ने पहले उदारीकरण की पहल की थी. भारत और दुनिया के लिए यह बड़ी चुनौती है. जब से समझौते हुए हैं, तब से Reciprocal Tariff का कोई मतलब नहीं है. हमारे किसान, डेयरी फॉर्मिंग और पोल्ट्री को ध्यान में रखना चाहिए.’
नेशनल टास्क फोर्स गठित करने की मांग
आनंद शर्मा ने आगे कहा कि जल्दीबाजी में कोई प्रतिक्रिया न हो, बड़े देश की तरह ही हमारा रिएक्शन होना चाहिए. अमेरिका के साथ हमारे गहरे संबंध हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘सरकार को देश को विश्वास में लेना चाहिए और सहमति बनानी चाहिए. ऐसा फैसला न हो जिससे देश को लंबी कीमत चुकानी पड़े. सरकार तमाम विपक्ष के नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक करे. अमेरिका से जो समझौता हो वो संतुलित और सम्मानजनक होना चाहिए.’ कांग्रेस ने अमेरिका के साथ टैरिफ और व्यापार समझौते पर विपक्षी दलों के साथ बैठक करने की डिमांड की है. आंद शर्मा ने इसके साथ ही इस मसले पर सरकार से नेशनल टास्क फोर्स गठित करने की डिमांड की है.
इस मामले को संसद में रखा जाना चाहिए- आनंद शर्मा
आनंद शर्मा ने आगे कहा कि दुनिया अब एक ध्रुवीय नहीं है. दूसरे देशों के साथ व्यापार समझौते को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. कांग्रेस ने आगे कहा कि दुनिया में जो ट्रेड वॉर शुरू हुआ है, उससे सबका अहित होगा. अमेरिका को भी इससे कोई फायदा नहीं होगा. आनंद शर्मा ने आगे कहा कि रेसिप्रोकल धनी और गरीब देशों के बीच नहीं हो सकता, बराबर देशों के बीच हो सकता है. टैरिफ वॉर व्यापार समझौतों का उल्लंघन है. टैरिफ में सर्विस सेक्टर का कोई जिक्र नहीं है. सर्विस सेक्टर भारत के लिए महत्वपूर्ण है और सरकार को इसपर पक्ष स्पष्ट करना चाहिए. आनंद शर्मा ने कहा कि ट्रंप विश्व की बनी बनाई व्यवस्था को तहस-नहस करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि टैरिफ वॉर पर ‘जैसे को तैसा’ की सिफारिश नहीं की जाती है. हालांकि, बहुत से देशों ने ऐसा किया है. साथ ही कहा कि इस मसले को संसद में न रखना संसद और प्रजातंत्र का सम्मान नहीं है. भारत सरकार को लकीरें साफ खींचनी चाहिए. भारत को अमेरिका को साफ करना चाहिए कि कहां भारत रियायत नहीं दे सकता है.