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US Stock Market Down: डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान से अमेरिकी बाजार में हाहाकार मच गया है. डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीति से अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है, जिससे वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ गई है. S&P 500 …और पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से अमेरिकी बाजार में हाहाकार मच गया है.
हाइलाइट्स
- ट्रंप के टैरिफ से अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट.
- S&P 500 कंपनियों का 2.4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान.
- वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ी.
US Stock Market Down: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार से दुनियाभर में हाहाकार है. ट्रंप के टैरिफ से खुद अमेरिकी बाजार को तगड़ा झटका लगा है. डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीति से एक बार फिर अमेरिका में मंदी की आशंका गहरा गई है. 2 अप्रैल के टैरिफ फैसले से अमेरिकी शेयर बाजार धड़ाम हो गए. अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली. अमेरिकी बाजार का कोरोना काल वाला हाल हो गया. देखते ही देखते 2.4 ट्रिलियन डॉलर यानी 20,47,36,56,00,00,000 रुपए स्वाहा हो गए.
जी हां, वॉल स्ट्रीट के बेंचमार्क इंडेक्स 2020 के बाद से एक ही दिन में सबसे बड़े प्रतिशत नुकसान के साथ बंद हुए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाए जाने के बाद ट्रेड वार और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका फैल गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टफ टैरिप ने दुनियाभर में हड़कंप मचा दिया है. चीन-पाकिस्तान से लेकर गरीब एशियाई देशों में भी हाहाकार है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, टैरिफ के ऐलान के चलते अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजारों में गुरुवार को 2020 के बाद से एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई. वहीं, डॉलर में भी गिरावट आई है. डाओ, एसएंडपी 500 और नैस्डैक कंपोजिट, सभी में 2020 के बाद से एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई. 2020 में जब कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई थी, तब भी वित्तीय बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली थी.
किसके कितने पैसे डूबे
दरअसल, निवेशकों ने शेयर बाजारों से पैसा निकालकर बॉन्ड और येन जैसी सुरक्षित मानी जाने वाली जगहों पर लगाना शुरू कर दिया है. एसएंडपी 500 कंपनियों का शेयर बाजार मूल्य 2.4 ट्रिलियन डॉलर घट गया. इसका मतलब है S&P 500 कंपनियों के शेयर से 2.4 ट्रिलियन डॉलर (20,47,36,56,00,00,000 रुपए) स्वाहा हो गए. यह 16 मार्च 2020 को कोरोना वायरस महामारी के बाद से एक दिन का सबसे बड़ा नुकसान है.
मार्केट में 5 साल बाद सबसे बड़ी गिरावट
वॉल स्ट्रीट पर नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स में सबसे अधिक गिरावट रही. यह दिन के कारोबार में 5.97% गिर गया जो मार्च 2020 के बाद से एक दिन में इसकी सबसे बड़ी गिरावट है. एसएंडपी 500 और डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज में जून 2020 के बाद से एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई.
दुनिया में क्यों हड़कंप
दरअसल, आयात किए गए सामानों पर लगाए गए 10% के नए टैरिफ और दर्जनों देशों पर लगाए गए जवाबी टैरिफ से व्यापारी घबरा गए हैं. ट्रंप का कहना है कि इन देशों में व्यापार बाधाएं हैं. निवेशकों को डर है कि व्यापार को लेकर पूरी तरह से छिड़ा विवाद दुनिया की अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट का कारण बन सकता है और महंगाई को बढ़ा सकता है. अमेरिका ने ऐसे समय में नए टैरिफ लगाए हैं, जब दुनिया की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के बाद आई महंगाई से उभरी भी नहीं है और भू-राजनीतिक तनाव का सामना कर रही है.