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Ground Report: छतरपुर के बागेश्वर धाम में धीरेंद्र शास्त्री का ड्रीम प्रोजेक्ट “हिंदू ग्राम” बन रहा है, जिसकी कुल लागत 480 करोड़ है. पहले चरण में 72 फ्लैट बनाए जाएंगे, जिनमें से 15 फ्लैट बुक हो चुके हैं.

हिंदू ग्राम
हाइलाइट्स
- बागेश्वर धाम में 480 करोड़ का हिंदू ग्राम बन रहा है.
- पहले चरण में 72 फ्लैट बनाए जाएंगे, 15 बुक हो चुके हैं.
- फ्लैट की पहली बुकिंग अमेरिका से हुई है.
बागेश्वर धाम हिंदू ग्राम. मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘हिंदू ग्राम’ का कंस्ट्रक्शन शुरू हो गया है. यह कंस्ट्रक्शन बालाजी मंदिर से करीब 1 किमी दूर कोंड़ा गांव जाने वाले रोड में ही चल रहा है. बता दें, फ्लैट की पहली बुकिंग अमेरिका से हो गई है. अब तक 15 फ्लैट बुक हो चुके हैं.
480 करोड़ से तैयार हो रहा है प्रोजेक्ट
बता दें, इस मेगा प्रोजेक्ट की लागत 480 करोड़ रुपए है. पहले चरण में दो साल में 72 फ्लैट बनाए जाएंगे. कुल एक हजार फ्लैट बनाए जाने हैं. 5-6 साल में प्रोजेक्ट तैयार हो जाएगा. प्रोजेक्ट के लंबा चलने के कारण कीमत भी बढ़ सकती है.
तीन मंजिला बिल्डिंग में होंगे 24 फ्लैट
बागेश्वर धाम के सेवक चंदन त्रिपाठी के मुताबिक, एक बिल्डिंग की जमीन का एरिया 4524 स्क्वायर फीट का है. इसमें तीन मंजिला बिल्डिंग का निर्माण होगा. हर मंजिल में 8 वन बीएचके फ्लैट होंगे. इस तरह एक बिल्डिंग में 24 फ्लैट होंगे. ग्राउंड फ्लोर के फ्लैट की कीमत 17 लाख रुपए होगी. जबकि फर्स्ट फ्लोर की कीमत 16 लाख और सेकंड फ्लोर की कीमत 15 लाख रुपए तय की गई है.
1 बीएचके फ्लैट में ये मिलेगी सुविधा
प्रत्येक फ्लैट 400 वर्गफीट का होगा. इसमें एक बेडरूम, हॉल, किचन, वॉशरूम और बालकनी होगी. एरिया कवर्ड कैंपस रहेगा. सोसायटी में स्ट्रीट लाइट, पार्किंग, सड़कें, पार्क, सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की जाएगी.
सरिया की पिलर और चटाई बनाई जा रही हैं
हिंदू ग्राम कंस्ट्रक्शन में काम कर रहे मजदूर बताते हैं कि पिछले 20 दिन से यहां पर काम चल रहा है. फिलहाल अभी शुरुआत में सरिया के पिलर और चटाई बनाने का काम जारी है. अभी और सरिया मंगाया गया है.
वहीं हिंदू ग्राम बनाए जाने पर लखनऊ से आए श्रद्धालु विनय रस्तोगी कहते हैं कि गुरुजी देश की भलाई के लिए और हिंदू धर्म को आगे बढ़ाने के लिए अच्छा कार्य कर रहे हैं. हालांकि, मैंने अभी तक देखा नहीं है कि कैसा बन रहा है हिंदू ग्राम, लेकिन बालाजी ने चाहा तो फिर कभी यहां आएंगे.