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Hyderabad News: हैदराबाद के सुधा कार म्यूज़ियम में अनोखी कारें हैं जो गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हैं. सुधाकर यादव ने कबाड़ से कारें बनाईं. संग्रहालय नेहरू पार्क के पास है, टिकट 100 रुपये है.

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हाइलाइट्स
- सुधा कार संग्रहालय में अनोखी कारें गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हैं.
- संग्रहालय में जूते, पेंसिल, बर्गर जैसी दिखने वाली कारें हैं.
- संग्रहालय नेहरू पार्क के पास, टिकट 100 रुपये है.
Hyderabad: भारत में हमेशा कुछ न कुछ अजीब देखने को मिलता है जिसे देखकर इंसान हैरान रह जाता है और सोचता है कि इसे किसने बनाया. हैदराबाद के सुधा कार म्यूजियम में भी आपको अनोखी बनावट की कारें देखने को मिलेंगी, जो अपनी विचित्र बनावट के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज हैं.
सुधा कार संग्रहालय हैदराबाद
लोकल 18 की ग्राउंड रिपोर्ट में बताया गया है कि शहर में एक कार संग्रहालय है जो अपनी अनोखी कारों के लिए मशहूर है. यहां पर आपको एक बड़ा जूते जैसा दिखने वाली कार मिलेगी, जो असल में एक कार है. इसके अलावा, यहां पेंसिल के आकार की कार भी है जो बच्चों को बहुत पसंद आती है. इस संग्रहालय में लेडीज पर्स, सैंडल, बर्गर, सोफा सेट, और टॉयलेट जैसी दिखने वाली अनोखी कारें भी देखने को मिलेंगी. इन्हें देखकर आपको यकीन नहीं होगा कि यह सच में कार हैं या बर्गर. इन कारों की उत्पादन लागत ₹85,000 से ₹150,000 तक होती है.
कबाडखानो से इकठ्ठा किया सामान बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड
सुधा कार संग्रहालय के संचालक सुधाकर यादव को बचपन से ही मोटर कारों और मैकेनिकों में रुचि थी. उन्होंने 14 साल की उम्र में कबाड़खानों से सामान इकट्ठा करके अपनी पहली कार बनाई. 2005 में सबसे बड़ी ट्राइसाइकिल के लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ. 1 जुलाई 2005 को उन्होंने हैदराबाद में 41.6 फीट ऊंची और 37.3 फीट लंबी तिपहिया साइकिल चलाई.
कैसे पहुंचें कार संग्रहालय
कार संग्रहालय नेहरू पार्क के पास स्थित है. आप यहां बस और ऑटो से पहुंच सकते हैं. यहां जाने का समय सुबह 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक है. प्रवेश के लिए 100 रुपये का टिकट लगता है और बच्चों के लिए 80 रुपये का टिकट है.