Tuesday, April 22, 2025
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चीन की गोल्डिन फाइनेंस 117 है दुनिया की सबसे ऊंची वीरान इमारत


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चीन की गोल्डिन फाइनेंस 117 को एक समय पर दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इमारत बनाया जा रहा था. 597 मीटर ऊंची और 128 मंजिला इमारत कभी सम्पन्नता की मिसाल बनने वाली थी. अब वीरान और खण्डहर बन चुकी है. इसका निर्माण 2008 …और पढ़ें

क्या है दुनिया की सबसे ऊंची वीरान इमारत के बंद होने का रहस्य?

हैरानी की बात यही है कि यह इमारत तो बनी लेकिन पूरी नहीं की गई और इसका कोई इस्तेमाल नहीं होता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Reddit)

हाइलाइट्स

  • गोल्डिन फाइनेंस 117 दुनिया की सबसे ऊंची वीरान इमारत है
  • 2015 में निर्माण रुक गया और परियोजना रद्द हो गई थी
  • इमारत 597 मीटर ऊंची और 128 मंजिला है

आपने दुनिया की सबसे ऊंची इमारत के बारे में तो जरूर सुना होगा. पर क्या आपने कभी सबसे ऊंची सुनसान या वीरान इमारत के बारे में सुना है. जी हां एक इमारत है जो कभी अपनी ऊंचाई के लिए तो जानी जाती थी. लेकिन आज खण्डहर सी है क्योंकि यह वीरान है, सुनसान है. चीन की गोल्डिन फाइनेंस 117 दुनिया की 5वीं सबसे ऊंची स्काईस्क्रैपर के रूप में डिजाइन की गई थी. लेकिन आज यह128 मंजिला इमारत एक अधूरे सपने को दर्शाती वीरान रह गई है. पर ऐसा क्यों हुआ ये रहस्य है.

आलीशान परियोजना का हिस्सा थी इमारत
चीन के तियानजिन शहर में गोल्डिन फाइनेंस 117 एक समय में आधुनिकता और सम्पन्नता की मिसाल बनने वाली थी. इसकी ऊंचाई 597 मीटर है. इसका निर्माण 2008 में शुरू हुआ था.  लेकिन इसके एक ही दशक बाद ही वीरान हो गई. यह इमारत अरबपति पैन सूटोगं के गोल्डिन मैट्रोपॉलिटियन प्रोजेक्ट का प्रमुख हिस्सा थी. यह परियोजना 1.8 वर्ग किलोमीटर के जिले के रूप में पनपनी थी. इसका मकसद बहुत अमीर लोगों की जरूरतों को पूरा करना था. इसमें ऊंचे टॉवर्स, आलीशान फ्रेंच और इटैलियन स्टाइल बंगले, वाइन म्यूजियम, गार्डन, यहां तक कि पोलो क्लब भी होना था.

अचानक बंद हो गई थी परियोजना
गोल्डिन फाइनेंस 117 इसी परियोजना के केंद्र में थी लेकिन साल 2015 में अपनी पूरी ऊंचाई तक पहुंचने से पहले ही इसका निर्माण अचानक रोक दिया गया. यहां तक कि पूरी परियोजना ही खटाई में पड़ गई.  यहां तक कि 2018 तक इस प्रोजोक्ट पर ही बातचीत बंद हो गई. और तब से इसके पूरे होने के बारे में किसी तरह का कोई ऐलान नहीं किया गया. समय के साथ इमारत अतिवाद और नाकामी का स्मारक बन कर रह गई.





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