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BHU Vishwanath Temple : बीएचयू का ये मंदिर कई किलोमीटर दूर से दिखाई देता है. 1931 में इसकी आधारशिला रखी गई. पूरा मंदिर संगमरमर के पत्थरों से बना है. शिखर पर 10 फीट ऊंचा कलश स्थापित है.

काशी में है देश का सबसे ऊंचा शिखर वाला मंदिर
हाइलाइट्स
- बीएचयू का काशी विश्वनाथ मंदिर कुतुब मीनार से ऊंचा है.
- मंदिर की ऊंचाई 252 फीट है, कुतुब मीनार से 13 फीट ज्यादा.
- मंदिर का निर्माण 1962 में पूरा हुआ, इसे बिरला टेंपल भी कहते हैं.
वाराणसी. काशी को मंदिरों को शहर कहा जाता है. इसी काशी में हजारों मंदिर हैं, जिनका अपना ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व है. मंदिरों के इस शहर में देश का सबसे ऊंचा मंदिर भी है. इस मंदिर की ऊंचाई दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ज्यादा है. इस मंदिर की भव्यता को निहारने के लिए हर दिन हजारों लोग यहां आते हैं. सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में काशी विश्वनाथ का मंदिर, जिसे बिरला टेंपल के नाम से भी जानते हैं. बीएचयू में स्थित इस मंदिर की ऊंचाई कुतुब मीनार से भी 13 फीट ज्यादा है. बीएचयू में स्थित ये मंदिर कई किलोमीटर दूर से दिखाई देता है.
252 फीट है ऊंचाई
बीएचयू के प्रोफेसर प्रवीण सिंग राणा ने बताया कि नए काशी विश्वनाथ मंदिर के शिखर की ऊंचाई 252 फीट है. दिल्ली के कुतुब मीनार की ऊंचाई 239.5 फीट है. यदि मंदिरों के लिहाज से देखा जाए तो देश का सबसे ऊंचा मंदिर मध्यप्रदेश के ओरछा में स्थित है, जिसका नाम चतुर्भुज मंदिर है. इस मंदिर की कुल ऊंचाई 344 फीट है. लेकिन बात शिखर की करें तो उसकी ऊंचाई 240 फीट है. बीएचयू के काशी विश्वनाथ मंदिर का शिखर 252 फीट ऊंचा है. इस लिहाज से ये मंदिर देश का सबसे ऊंचे शिखर वाला मंदिर है.
1931 में पड़ी नींव
मार्च 1931 में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के आग्रह के बाद तपस्वी स्वामी कृष्णम ने इसकी आधारशिला रखी थी. 1954 में उद्योगपति जुगल किशोर बिरला ने इसके निर्माण का काम पूरा कराया. हालांकि उस वक्त भी मंदिर के शिखर का काम अधूरा था. 1962 में ये मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हुआ तो इसके शिखर की ऊंचाई 252 फीट सामने आई.
द्रविण और नागर शैली
ये मंदिर द्रविण और नागर वास्तुशैली पर आधारित है. इस मंदिर का निर्माण कई खंड में हुआ है. ये पूरा मंदिर सफेद संगमरमर के पत्थरों से बना हुआ है. इसके शिखर पर 10 फीट ऊंचा कलश स्थापित है. वाराणसी आने वाले पर्यटकों के लिए ये मंदिर आकर्षण का केंद्र है.