Tuesday, April 22, 2025
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कोरबा के घने जंगल के बीच गुंजी किलकारी, जानवरों के डर के बीच स्वस्थ बच्चे का हुआ जन्म, जानें मामला


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कोरबा जिले में संगीता कुजूर ने 112 वाहन में बच्चे को जन्म दिया. मितानिन प्रेमा बाई की कुशलता से सुरक्षित प्रसव हुआ. मां-बच्चा स्वस्थ हैं और परिवार ने 112 टीम का आभार व्यक्त किया.

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हाइलाइट्स

  • 112 वाहन में महिला ने बच्चे को जन्म दिया.
  • मितानिन प्रेमा बाई ने सुरक्षित प्रसव कराया.
  • जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

कोरबा. कोरबा जिले के खोटखोरी निवासी 22 वर्षीय संगीता कुजूर को प्रसव पीड़ा होने पर आपातकालीन सेवा 112 को सूचित किया गया. तत्काल कार्रवाई करते हुए 112 वाहन के चालक संजय कुमार और आरक्षक राम सिंह श्याम की टीम मौके पर पहुंची. महिला को उसके परिजनों और स्थानीय मितानिन (स्वास्थ्य कार्यकर्ता) प्रेमा बाई की मदद से वाहन में बैठाया गया. संगीता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी प्रसव पीड़ा और बढ़ गई. बांगो थाना क्षेत्र में गर्भवती महिला ने 112 वाहन में ही बच्चे को जन्म दे दिया.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मितानिन प्रेमा बाई ने वाहन को जंगल में ही रोकने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि प्रसव बहुत नजदीक है और अस्पताल पहुंचने में देरी हो सकती है, जिसके बाद वाहन को एक सुरक्षित स्थान पर रोका गया और मितानिन ने अपनी प्रशिक्षित कुशलता का प्रदर्शन करते हुए 112 वाहन में ही सुरक्षित प्रसव कराया. संगीता ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. जन्म के बाद, मां और बच्चे दोनों को आगे के उपचार और देखभाल के लिए मोरगा अस्पताल में भर्ती कराया गया. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

जंगल में सता रहा था जानवरों का डर
यह संगीता का पहला बच्चा है और परिवार में खुशी का माहौल है. परिजनों ने अस्पताल में मिठाइयां बांटी और 112 टीम की त्वरित प्रतिक्रिया और सहायता के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने मितानिन प्रेमा बाई की भी प्रशंसा की, जिन्होंने संकट की स्थिति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस घटना ने एक बार फिर मितानिनों के महत्व को उजागर किया है. स्वास्थ्य विभाग मितानिनों को प्रसव संबंधित स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण देता है. इस प्रशिक्षण के कारण वे आपात स्थिति में सुरक्षित प्रसव कराने में सक्षम होती हैं.

हालांकि, जंगल के बीच प्रसव के दौरान परिवार को जंगली जानवरों का डर सता रहा था, लेकिन त्वरित कार्रवाई और मितानिन की कुशलता से सब कुछ सुरक्षित निपट गया. यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और महत्व को दर्शाती है.

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घने जंगल के बीच गुंजी किलकारी, जानवरों के डर के बीच स्वस्थ बच्चे का हुआ जन्म



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