Thursday, April 17, 2025
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शैंपू के साथ इन दवाइयों को मिलाकर कर दें छिड़काव, फिर देखें कमाल फल फूल से भर जाएगा खेत


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Makhana Super food Farming Tips : डॉ. अनिल कुमार ने मखाना की खेती में पर्नीय छिड़काव की सलाह दी है, जिसमें शैम्पू मिलाकर दवाइयों का उपयोग करना चाहिए. इससे मखाना का आकार बड़ा होगा और उत्पादन बढ़ेगा.

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पर्नीय

पर्नीय छिड़काव से बढ़ेगा मखाना खेती मे उत्पादन

हाइलाइट्स

  • मखाना की खेती में शैंपू मिलाकर पर्नीय छिड़काव करें
  • पत्तों पर छिड़काव से मखाना का आकार और उत्पादन बढ़ेगा
  • हर 10-15 दिन पर पर्नीय छिड़काव करें

पूर्णिया : पूर्णिया भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के मखाना अनुसंधान कर्ता डॉ अनिल कुमार कहते हैं कि मखाना की खेती में किसानों का उर्वरक पानी में डाल देने से पौधा को पोषक तत्व नहीं मिल पाता लेकिन फिर उन्हीं चीजों यानी दवाई को पानी के साथ मिलाकर और शैम्पू जिससे बाल धोया जाता है.  फिर इसे मिलाकर मखाना की खेती मे पर्नीय छिडकाव करना चाहिए जिससे मखाना फल फूल से लद जायेगा और मखाना का आकार भी बड़ा होगा. बशर्ते कुछ चीजों का खास ख्याल रखना चाहिए.

मखाने की खेती के लिए जानें खाद देने का सही तरीका
पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के मखाना रिसर्च अनुसंधान करता डॉ. अनिल कुमार कहते हैं कि मखाना एक जलीय खेती होता है जिसमें कम से कम 1 फीट पानी की हर वक्त रहता है. वही इस एक फिट पानी में किसी भी तरह का रासायनिक या किसी भी तरह का कोई खाद उर्वरक देने के बाद पौधों को कोई लाभ नहीं मिलता है. उसके लिए हम किसान भाइयों को अपने मखाना की खेती में पौराणिक विधि से मखाना खेती में खाद का प्रयोग ना करें मखाना की खेती में याद रहे की पर्नीय छिड़काव यानी कांटेदार पत्तों के उपरी सतह पर छिड़काव करने के लिए इन सभी बातों को ध्यान में रखना जरूरी होगा.

उन्होंने कहा कि पर्नीय छिड़काव यह वह छिड़काव होता है जो मखाना के पत्तों के ऊपरी सतह पर किया जाता है वहीं इस पत्ता में कांटे अधिक होते हैं जिस कारण लोग बीच में जाकर इस पर स्प्रे से छिड़काव नहीं कर सकते हैं. ऐसे में पर्नीय छिड़काव अच्छा विकल्प है.वही इसे करने के लिए किसान भाई बिहार सरकार के कृषि विभाग से मिलकर ड्रोन की मदद से भी पर्नीय छिड़काव करवा सकते हैं.

इन सभी दवाइयों मे मिला दे शैम्पू, फिर करें छिडकाव
हालांकि उन्होंने कहा की रोपाई के 15 से 20 दिन के बाद मखाना के पत्ता गलने की समस्या आती है इस स्थिति में नीम आधारित या नीम का तेल 5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर पत्ते पर पर्नीय छिड़काव कर सकते हैं. जबकि आपको याद रहे जब आप इन सभी चीजों का घोल बनाते हैं तो उस दवाई में चिपकने के लिए आप एक दो पुड़िया बाल धोने वाला (Shampoo) शैंपू का जरुर डाल दें.

इस शैंपू के डालने से आपका दवाई पूरी तरह काम करेगा और यह लंबे समय तक मखाना के पत्तों पर टिकेगा और मखाना के पौधों को कई तरह के पोषक तत्व भी प्रदान करेगा और बीमारियों से भी बचायेगा. जिससे मखाना के पत्तों में फल फूल अधिक आएंगे और इसे मखाना के दाने भी पुष्ट और बड़े होंगे और आकर भी बढ़ेगा.

शैम्पू के साथ मिला दे यह दवाई, बढ़ेगा मखाना का उत्पादन
उन्होंने कहा इसके लिए प्रति लीटर पानी में 3ml नैनो यूरिया, 5ml डीएपी और 5 ml सगारिका और 15 ग्राम 05234 का प्रति लीटर घोल बनाकर मखाना के पत्तों पर पर्नीय छिड़काव् करें. इससे आपको बहुत उपज और फूल फल अधिक बनेंगे और अधिक बड़ा आकार का मखाना होगा जिससे अधिक मुनाफा होगा. वहीं इस तरह का पर्नीय छिड़काव आप अपने मखाना खेत मे हर 10 से 15 दिनों के अंतराल पर छिडकाव करते रहे.

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शैंपू के साथ इन दवाइयों को मिलाकर कर दें छिड़काव, फिर फल-फूल से भर जाएगा खेत



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