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Thailand Earthquake News: थाईलैंड में चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव प्रोजेक्ट्स की जांच हो रही है. बैंकॉक में 30 मंजिला इमारत गिरने से 15 मजदूरों की मौत और 72 लापता हैं. इस बिल्डिंग को चीन के इंजीनियर बना रहे …और पढ़ें

भूकंप के बाद बैंकॉक की इमारत देखते ही देखते मलबे में ढेर हो गई.
हाइलाइट्स
- थाईलैंड में 30 मंजिला इमारत गिरने से 15 की मौत, 72 लापता.
- म्यांमार भूकंप से बैंकॉक में चीनी प्रोजेक्ट प्रभावित.
- चार चीनी नागरिक निर्माण दस्तावेज लेकर भागते हुए पकड़े गए.
बैंकॉक. चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव प्रोजेक्ट्स (बीआरआई) की थाईलैंड में जांच की जा रही है. और हो सकता है कि बीआरआई प्रोजेक्ट को थाईलैंड की सरकार रोक दे. दरअसल, म्यांमार के 7.7 तीव्रता के भूकंप ने 966 किलोमीटर (600 मील) दूर बैंकॉक में चीनी इंजीनियरों द्वारा बने 30 मंजिला इमारत को धराशायी कर दिया था, जिसके बाद थाईलैंड को इस बारे में सोचना पड़ रहा है.
अधूरी गगनचुंबी इमारत ही थाईलैंड की राजधानी में गिरने वाली एकमात्र इमारत थी, जहां मामूली नुकसान हुआ था. लेकिन इस आपदा ने कथित तौर पर घटिया स्टील की छड़ों को उजागर किया, जो टूट गईं और इमारत को मलबे के ढेर में बदल दिया, जिसमें लगभग 87 मजदूर दब गए, जिनमें से 15 की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 72 लापता हैं.
थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने कहा, “मैंने इमारत के गिरने के कई वीडियो अलग-अलग कोणों से देखे. कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में मेरे अनुभव में, मैंने कभी ऐसा नहीं देखा है.” उन्होंने कहा, “हमें पूरी तरह से जांच करनी चाहिए क्योंकि बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आवंटित किया गया था और इसे पूरा करने की समय सीमा बढ़ा दी गई थी.”
जांच एक अजीब और परेशान करने वाले दृश्य से शुरू हुई. 28 मार्च के भूकंप के दो दिन बाद, चार चीनी पुरुषों को निर्माण से संबंधित जितने दस्तावेज वे उठा सकते थे, उन्हें अपनी बाहों में पकड़ते और मलबे की साइट से भागते हुए फिल्माया गया. पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया, पूछताछ की और छोड़ दिया. बैंकॉक में चीन के दूतावास और थाईलैंड के शक्तिशाली आंतरिक मंत्रालय, जो पुलिस की देखरेख करता है, ने गगनचुंबी इमारत के गिरने पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की, लेकिन उनकी बातचीत को सार्वजनिक नहीं किया गया. थाईलैंड में बीजिंग की प्रतिष्ठा के लिए चीन की छवि काफी अहम मानी जाती है.
म्यांमार में 28 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद के भी झटकों (आफ्टरशॉक) का सिलसिला जारी रहा था. देश के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभाग के अनुसार, 3 अप्रैल सुबह तक 2.8 से 7.5 तीव्रता के 66 झटके महसूस किए गए. राज्य प्रशासन परिषद सूचना टीम के अनुसार, भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,085 हो गई है, 4,715 लोग घायल हुए हैं और 341 अभी भी लापता हैं.