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Begusarai news: पुलिस का काम चोरी को रोकने का होता है लेकिन जब पुलिस ही चोरी करने लगे….

सड़कों पर दौड़ती गाड़ी
बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय से एक गजब मामला सामने आया है. यहां थाने में जप्त वाहन को माल खाने से बाहर ले जाकर पुलिस वाले अपना काम करने लगे. वाहन मालिकों को जब आसपास के लोगों ने सूचना दी कि आपकी स्कॉर्पियो थाने से चोरी हो गई है तो पहले तो उसे यकीन नहीं हुआ. इसके बाद जब दो-तीन दिन तक लोगों ने उससे यह बात बताई तब उसने खुद इसकी जानकारी लोकल 18 को दी. शख्स ने लोकल 18 को जो वीडियो उपलब्ध कराया वह भी चौंकाने वाला था.
वीडियो में गाड़ी पर कई पुलिसकर्मी सवार होकर गांव-गांव जाकर छापेमारी करते दिख रहे हैं तो कहीं कार सड़कों के किनारे खड़ी दिख रही है. लोकल 18 ने भी पूरे मामले की पड़ताल शुरू की तो सामने आई बेगूसराय पुलिस की करतूत. आखिर जिस पुलिस का काम चोरी को रोकना है वह पुलिस खुद दूसरे की कार चोरी कर अपना काम निपटाती थी और बाद में कार को लाकर जप्त वाहनों के बीच खड़ा कर दिया जाता था.
ये है पूरा मामला
वाहन मालिक अनंत कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि लाखों थाना में कांड संख्या 59/25 दर्ज किया गया है. इसमें उनके वाहन को जप्त किया गया है. उन्होंने बताया कि मेरे ससुराल के पड़ोसी के यहां शराब की एक बोतल मिलने के बाद जबरदस्ती मेरे गाड़ी को जप्त कर मेरे ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर दी गई. इस मामले में मैं कोर्ट से बेल करवाने के लिए परेशान हूं. Local 18 से एक वकील ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी एक साजिश दिखती है. यह मामला 30.03.25 को दर्ज किया गया था. इसमें थाने के ही एक SI ने आवेदन देकर मामला दर्ज कराया था. अभी थाने के ही SI इस वाहन को मालखाने से लेकर उपयोग कर रहे हैं. ये पुलिस की चोरी और सीनाजोरी को दिखाता है. वाहन मालिक का कहना है कि यह पुलिस की गुंडई है कि जिसके ऊपर मन हो उसके घर से गाड़ी बरामद कर कोई धारा लगाकर मामला दर्ज कर दो और फिर उसी वाहनों से मजे लो. लोकल 18 ने कुछ पुलिस अधिकारियों से भी बात की को उनका भी कहना है कि पुलिस ने गलत किया.
पुलिस कप्तान ने कही जांच की बात
लोकल 18 ने बेगूसराय पुलिस कप्तान को पूरे मामले की जानकारी दी. इस दौरान लोकल 18 पर दिखाया जा रहा वीडियो भी उन्हें उपलब्ध कराया गया. इसके बाद उन्होंने मामले में जांच की बात कही है. थाना में सीसीटीवी लगा हुआ है. लोगों का आरोप है कि कई दिनों से वाहनों का प्रयोग होता रहा. अब देखना होगा कि पुलिस कप्तान बेगूसराय लाखों थाना प्रभारी पर कितना मेहरबान होते हैं या फिर कार्यवाही करते हैं.