Last Updated:
सेंधा नमक आयुर्वेद में दीपन पाचन की औषधि में उपयोग किया जाता है. इसके साथ ही जोड़ों का दर्द, जकड़न की समस्या होती है, उसमें सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है. पंचकर्म की कई चीजों में भी इसका उपयोग बताया गया है.

सेंधा नमक
हाइलाइट्स
- सेंधा नमक पाचन सुधारता है और मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है.
- गले की खराश और श्वसन संक्रमण में सेंधा नमक उपयोगी है.
- सेंधा नमक वात और पित्त दोष को संतुलित करता है.
राजनांदगांव:- सेंधा नमक के आयुर्वेदिक अनेक गुण होते हैं. इसे आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण नमक माना गया है. इसका सेवन कई स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है. यह पाचन सुधार करता है, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और प्रतिरक्षा को भी मजबूत करता है. इसके साथ ही वात और पित्त को संतुलित करने में मदद करता है और अनेक गुण इसमें पाए जाते हैं.
इसको लेकर आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर प्रज्ञा सक्सेना ने लोकल 18 को बताया कि सेंधा नमक आयुर्वेद में वर्णित पांच लवण में से एक है. सेंधा नमक आयुर्वेद में बहुत सारी औषधीय के फॉर्मूलेशन में इसका उपयोग किया जाता है.
दीपन पाचन की औषधि में उपयोग
सेंधा नमक जिसे रॉक साल्ट भी कहा जाता है, इसका उपयोग आयुर्वेद में दीपन पाचन की औषधि में उपयोग किया जाता है. इसके साथ ही जोड़ों का दर्द, जकड़न की समस्या होती है, उसमें सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है. पंचकर्म की कई चीजों में भी इसका उपयोग बताया गया है. इसके अलावा हमें जो गले में खराश टॉन्सिल की समस्या होती है, उसने भी पानी के साथ सेंधा नमक के गलाले करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह सूजन को काम करता है.
सेंधा नमक हमारे स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से उपयोगी है. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम इसका अधिक मात्रा में उपयोग करें या फिर घर में जो साल्ट यूज करते हैं, उसके स्थान पर इसका उपयोग करें. सीमित मात्रा में इसका उपयोग किया जाना चाहिए.
सेंधा नमक के होते हैं कई आयुर्वेदिक गुण
सेंधा नमक पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है. यह भूख बढ़ाता है, लार ग्रंथियां को उत्तेजित करता है और पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्त्राव को बढ़ावा देता है. सेंधा नमक मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है. इसके साथ ही सेंधा नमक वात और पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे गैस अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
सेंधा नमक मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है. सेंधा नमक को गर्म पानी में घोलकर गलाले करने से गले की खराश और श्वसन संक्रमण से राहत मिलती है. इसके साथ ही सेंधा नमक साइनस और माइग्रेन के दर्द में राहत प्रदान करने में भी मदद करता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.