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PM Modi Meeting With Muhammad Yunus: पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस की थाईलैंड में बिम्सटेक सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई. यह बैठक शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद दोनों देशों के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक थी.

बैंकॉक में PM मोदी और बांग्लादेश के चीफ मोहम्मद यूनुस के बीच हुई मीटिंग
हाइलाइट्स
- पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस की बैंकॉक में मुलाकात हुई.
- शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद पहली द्विपक्षीय बैठक.
- बैठक में आपसी सहयोग और शांति पर जोर दिया गया.
PM Modi Meeting With Muhammad Yunus: बांग्लादेश के मुखिया मोहम्मद यूनुस की मुराद पूरी हो गई. भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में तल्खी के बीच बैंकॉक की धरती पर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच मुलाकात हुई है. थाईलैंड में बिम्सटेक सम्मेलन के इतर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई है. यह बैठक इसलिए खास है, क्योंकि शेख हसीना सरकार के जाने के बाद यह दोनों देशों के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक है.
दरअसल, बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस की लंबे समय से चली आ रही इच्छा आखिरकार पूरी हो गई. वह चाहते थे कि पीएम मोदी संग उनकी मुलाकात और बैठक हो. तल्खी की वजह से इस मुलाकात पर सस्पेंस था. मगर पड़ोसी से अच्छे रिश्तों की वकालत करने वाले भारत ने बांग्लादेश की बात मान ली और द्विपक्षीय बैठक पर अपनी हामी भर दी. यही वजह है कि आज यानी 4 अप्रैल 2025 को थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान यूनुस ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
क्यों खास है यह मुलाकात
यह मुलाकात शेख हसीना के अगस्त 2024 में सत्ता से हटने और भारत में शरण लेने के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक थी. इस मुलाकात को दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण रिश्तों में सुधार की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है. जबसे शेख हसीना की बांग्लादेश में सरकार गई है, तब से ही बांग्लादेश के भारत संग रिश्ते अच्छे नहीं हैं. मोहम्मद यूनुस की नीतियों की वजह से रिश्ते तल्ख हो चुके हैं.
क्या रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलेगी?
शेख हसीना की सरकार जाने के बाद बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों और भारत के साथ संबंधों में आई खटास ने चर्चा का माहौल बनाया था. मोहम्मद यूनुस ने पहले भारत से शेख हसीना की प्रत्यर्पण की मांग की थी. इस बीच इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग और शांति पर जोर दिया. यह बैठक इसलिए भी खास है, क्योंकि यूनुस ने हाल ही में चीन के साथ नजदीकी बढ़ाई थी. अब देखने वाली बात है कि पीएम मोदी और यूनुस के बीच मुलाकात से रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलेगी या नहीं.