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Hanuman Jayanti: मूंछ वाले हनुमान जी मंदिर में हर शनिवार और मंगलवार को विशेष पूजा अर्चना की जाती है. भक्त बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं और भगवान हनुमान जी की पूजा अर्चना करते हैं. यह मंदिर लगभग 150 साल पुरा…और पढ़ें

मूछ वाले हनुमान
Hanuman Jayanti: डोंगरगढ़ के महावीर तालाब के पास स्थित मूंछ वाले हनुमान जी का मंदिर रियासत काल से स्थापित है. मान्यता है कि यहां दर्शन मात्र से ही हर मनोकामना पूर्ण होती है. विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस मंदिर की महिमा अद्वितीय है और यहां बड़ी संख्या में लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं.
यह मंदिर लगभग 150 साल से अधिक पुराना है. मंदिर के सेवक जगन्नाथ दास ने जानकारी दी कि मूंछ वाले हनुमान जी का यह मंदिर डोंगरगढ़ के हृदय स्थल महावीर तालाब के पास स्थित है और यहां भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. हर वर्ष जन्माष्टमी, हनुमान जयंती और रामनवमी जैसे पर्व धूमधाम से मनाए जाते हैं और लगभग 150 साल से यहां ये पर्व मनाए जा रहे है.
जहां उन्होंने विश्राम किया
यह माना जाता है कि राजा-रजवाड़ों के समय तीन हनुमान जी—सिंगारपुर वाले, विचारपुर वाले और मूंछ वाले हनुमान जी—अपने स्थान पर जाने के लिए निकले थे. लेकिन जहां उन्होंने विश्राम किया, वहीं विराजमान हो गए. तब से ये तीनों हनुमान जी अपने-अपने स्थानों पर स्थापित हैं. यहां प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को विधि विधान से विशेष पूजा-अर्चना और अभिषेक किया जाता है. भक्त यहां सिंदूर, वस्त्र आदि भेंट करते हैं और मन्नतें मांगते हैं.
मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शन
देश में मूंछ वाले हनुमान जी के मंदिर बहुत कम हैं. डोंगरगढ़ में स्थित यह मंदिर उनमें से एक है, जहां दर्शन मात्र से ही भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है. राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई और आसपास के क्षेत्र के लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं और विशेष पूजा करते है. विशेष रूप से मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्त भी मूंछ वाले हनुमान जी के दर्शन का लाभ लेते हैं.