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App To Save You From Cyber Fraud: आजकल तकनीकी ने जितना जीवन आसान किया है, उससे कहीं ज्यादा साइबर फ्रॉड ने मुसीबतें खड़ी की हैं. इससे बचने के लिए इन एप्लीकेशंस का इस्तेमाल किया जा सकता है.

साइबर फ्रॉड से बचाएंगे मोबाइल एप्लिकेशन (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- TafCop ऐप से साइबर फ्रॉड से बचें.
- CEIR पोर्टल से चोरी हुए फोन की शिकायत करें.
- डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए सावधान रहें.
App To Save You From Cyber Fraud: आज के डिजिटल युग में जहां एक ओर इंटरनेट ने हमारी ज़िंदगी को आसान बना दिया है, वहीं दूसरी ओर साइबर फ्रॉड की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं. ऑनलाइन बैंकिंग, ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट्स की बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ फ्रॉड करने वालों के तरीके भी अत्याधुनिक हो गए हैं. ऐसे में खुद को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी हो गया है. अच्छी बात यह है कि अब कुछ ऐसे मोबाइल एप्लीकेशंस मौजूद हैं, जो न केवल आपको अलर्ट करते हैं, बल्कि साइबर फ्रॉड से बचाने में भी मददगार हैं.
इस ऐप से बचेंगी फ्रॉड की घटनाएं
उत्तराखंड पुलिस के सीओ सुमित पांडे ने बताया कि कई ऐसी साइट्स और एप्लिकेशन हैं, जिनके जरिए साइबर फ्रॉड जैसी घटनाओं से बचा जा सकता है. उन्होंने बताया कि टैफ कॉप (TafCop) एप्लिकेशन का उपयोग करके आप अपनी आईडी कार्ड से जुड़े नंबरों के बारे में जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा सीईआईआर पोर्टल (CEIR PORTAL) भी अच्छा काम कर रहा है.
उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से आप चोरी हुए फोन और नंबर की शिकायत कर सकते हैं. एक बार शिकायत मिलने के बाद ऑटोमैटिक सर्विलांस उस नंबर और फोन पर लग जाता है. फिर जैसे ही वो नंबर और फोन ऑन होता है, तो पुलिस को उसकी लोकेशन का पता लग जाता है.
डिजिटल अरेस्ट से ऐसे बचें
एसपी ने बताया कि आजकल डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाएं काफी सामने आ रही हैं. इससे बचने के लिए आपको कुछ सावधानियां अपनानी होंगी. उन्होंने बताया कि डिजिटल अरेस्ट के दौरान साइबर अपराधी फोन के माध्यम से आपके परिवार के सदस्य द्वारा कोई अशोभनीय हरकत करने की जानकारी देता है या कोई और झूठा कारण बताकर फंसाता है.
इसके बाद आपको वॉट्सएप, स्काइप के माध्यम से वीडियो कॉल में आने को कहता है और आपसे पैसे की डिमांड कर ट्रांजैक्शन करवाता है. ऐसे में आपको सबसे पहले अपने उस परिवार के सदस्य से संपर्क करना चाहिए और उनसे घटना के बारे में पूछना चाहिए और बिना कोई ट्रांजैक्शन किए डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाओं से बचना चाहिए.