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free library in aurangabad bihar: लोग अपने स्तर पर तमाम तरीके से समाज में भलाई और नेकी का काम करते हैं. कोई स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करता है तो कोई शिक्षा के क्षेत्र में. ऐसे ही हैं औरंगाबाद के अमित कुमार…..और पढ़ें

निशुल लाइब्रेरी का संचालन
औरंगाबाद: समाजसेवा करने वाले लोग अपनी समझ और हैसियत के हिसाब से लोगों के लिए तमाम काम करते हैं. बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल कर सकें इसके लिए कई लोग लाइब्रेरी खोल देते हैं जहां सैकड़ों बच्चे निःशुल्क पढ़ाई कर सकते हैं. औरंगाबाद जिले में अमित कुमार संस्कार लाइब्रेरी चलाते हैं. यहां बच्चों को फ्री में पढ़ने की व्यवस्था की गई है. कोचिंग संचालक अमित ने बताया कि उन्होंने इसकी शुरुआत साल 2022 में की. वह बीते 25 सालों से बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराते हैं.
फ्री में लाइब्रेरी चलाए जाने के सवाल पर अमित ने बताया कि किसी समय उन्होंने पैसे की तंगी में पढ़ाई की है. उन्होंने बताया कि उनके समय में लाइब्रेरी की कोई व्यवस्था नहीं थी तब घर पर रहकर लोग पढ़ाई करते थे. अमित ने बताया कि पारिवारिक कारणों से उनकी सरकारी नौकरी नहीं लगी और इधर वो घर की जिम्मेदारी संभालने लगे. उसके बाद उन्होंने कोचिंग चलाने का काम शुरू किया.
कोचिंग में स्टूडेंट्स की 70-80% उपस्थिति अनिवार्य
शिक्षक ने बताया कि वर्तमान समय में लाइब्रेरी की जो व्यवस्था है उसने अब बिजनेस का रूप ले लिया है. हर गली में एक लाइब्रेरी खोली जा रही है. ऐसे में पैसे की तंगी झेल रहे छात्र लाइब्रेरी में पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. शिक्षक अमित ने अपनी कोचिंग में ऐलान किया कि जिस छात्र और छात्रा की उपस्थिति 70-80% होगी उन्हें संस्कार लाइब्रेरी की सुविधा फ्री मिलेगी.
100 स्टूडेंट्स के बैठने की है पूरी व्यवस्था
बता दें इस लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए डेस्क से लेकर वाईफाई, एसी और पानी की व्यवस्था की गई है. इसमें 100 छात्रों के बैठने की पूरी व्यवस्था की गई है. बता दें कि अमित की कोचिंग में 500 से अधिक छात्र पढ़ते हैं. उनके कई स्टूडेंट बिहार पुलिस और रेलवे में नौकरी भी कर रहे हैं.