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Fruit For Hemoglobin: गर्मियों में मिलने वाला ये फल अमृत के समान है. ये खून की कमी दूर करने में बेहद लाभदायक है. इससे स्किन ग्लो करती है और इम्यूनिटी बढ़ती है.

शहतूत का फल
हाइलाइट्स
- शहतूत खाने से खून की कमी दूर होती है.
- शहतूत त्वचा को चमकदार और इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है.
- शहतूत में आयरन, विटामिन C, K, पोटैशियम और फाइबर होते हैं.
Fruit For Hemoglobin: अगर आपको हाल ही में डॉक्टर ने खून की कमी यानी एनीमिया की शिकायत बताई है तो घबराने की जरूरत नहीं है. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पाया जाने वाला एक खास फल आपके लिए वरदान साबित हो सकता है. हम बात कर रहे हैं शहतूत की. जिसे पहाड़ी क्षेत्रों में स्थानीय भाषा में ‘किम’ भी कहा जाता है. हालांकि ये फल केवल पहाड़ में नहीं बल्कि इन दिनों सभी जगहों पर मिलता है. ये इतना चमत्कारी है कि सीजन भर इसका सेवन जरूर करना चाहिए.
ठंडी होती है तासीर
बागेश्वर के स्थानीय जानकार किशन मलड़ा ने लोकल 18 को बताया कि शहतूत एक मौसमी फल है. जो देखने में काफी हद तक काफल जैसा लगता है और इसका स्वाद भी बेहद लाजवाब होता है. इसकी तासीर ठंडी होती है. यह शरीर को पोषण देने के साथ-साथ कई तरह की बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है. खासकर खून की कमी यानी आयरन की कमी को दूर करने में यह बेहद कारगर माना जाता है.
दो मुट्ठी रोज खाएं
आयुर्वेद के अनुसार शहतूत में आयरन के साथ-साथ विटामिन C, विटामिन K, पोटैशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह न केवल खून की गुणवत्ता में सुधार करता है, बल्कि हीमोग्लोबिन के स्तर को भी तेजी से बढ़ाता है. अगर रोजाना सुबह-शाम मुट्ठी भर शहतूत खाए जाएं. तो मात्र दो हफ्ते में ही शरीर में खून की मात्रा में फर्क साफ दिखाई देने लगता है.
चूर्ण के रूप में भी खा सकते हैं
आप अपने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शहतूत का सेवन पारंपरिक रूप से किया जाता रहा है. यहां के लोग इसे न सिर्फ फल के रूप में खाते हैं, बल्कि इसका इस्तेमाल कई घरेलू नुस्खों में भी करते हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इसे स्वाद और सेहत के लिहाज से पसंद करते हैं. अगर आप खून की कमी से जूझ रहे हैं तो शहतूत को अपनी डाइट में शामिल करें. ताजे शहतूत खाना सबसे अधिक फायदेमंद होता है, लेकिन चाहें तो इसे सुखाकर चूर्ण के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं.
देता है और भी बहुत से फायदे
साथ ही यह फल पाचन को सुधारता है. त्वचा को चमकदार बनाता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. तो अगली बार जब डॉक्टर खून की कमी का जिक्र करें, तो घबराएं नहीं. प्राकृतिक रूप से उपलब्ध शहतूत जैसे फलों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और दो हफ्तों के अंदर असर खुद देखें. यह न सिर्फ एक प्राकृतिक इलाज है, बल्कि स्वादिष्ट भी है.