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नासा ने पुष्टि की है कि गुड फ्राइडे के दिन, 3 अप्रैल 33 ईस्वी को यरूशलम में चंद्र ग्रहण हुआ था. बताया जाता है कि इसी दिन ईसा मसीह की सूली पर चढ़ाया गया था. नासा की गणना सभी ईसाई ग्रंथों में इस दिन के बारे में ल…और पढ़ें

नासा के आंकड़े भी यह पुष्टि करते हैं कि ईसा मसीह के सूली पर लटकाने के समय चंद्र ग्रहण हुआ था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
हाइलाइट्स
- नासा ने 3 अप्रैल 33 ईस्वी को चंद्र ग्रहण की पुष्टि की
- गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था
- नासा की गणना बाइबल के खगोलीय संकेतों को सही साबित करती है
गुड फ्राइडे का दिन करीब दो हजार साल पहले के दौर में आया था. इस दिन में ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था. इस दिन को हर साल ईसाई समुदाय एक त्यौहार की तरह मनाता है. बाइबल में भी इस बात के कई संकेत दिए गए हैं कि यह दिन कैसा था. अलग अलग मौकों पर यह भी दावा किया जाता रहा है कि इस दिन चंद्र ग्रहण था. लेकिन अब इस बात को नासा ने साबित कर दिया है. उसने सटीक तारीख बताते हुए कहा है कि 1992 साल पहले 3 अप्रैल में आया था.
नासा ने की सटीक गणना
नासा की यह खोज बाइबल का खगोलीय कनकेशन सही साबित कर सकती है. नासा ने उस समय की गणना कर ली है जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था और उसके मुताबिक ठीक उसी समय जब आकाश में चंद्र ग्रहण की घटना घटी थी. यहां तक की नासा इस दिन की सटीक तारीख तक निकाल ली है.
कैसे शुरू हुई ग्रहण की बात
ग्रहण के सिद्धांत की चर्चा मूल रूप से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं कोलिन हम्फ्रेस और डब्ल्यू ग्रीम वेडिंगटन ने टिकटॉक पर शुरू की थी. गुड़ फ्राइडे के आसपास ही शुरू की थी. लेकिन इस पर नासा का कहना है, “ईसाई दस्तावेज बताते हैं कि ईसा मसीह को सूली चढ़ाने के समय चंद्रमा खून के रंग का हो गया था. जो चंद्र ग्रहण की ओर इशारा था. इसी समय पर चंद्रमा खून के जैसा लाल हो जाता है.
क्या बताया गया है उस दिन के बारे में?
बाइबल और कई ईसाई ग्रंथों में प्रमुख तौर पर यही जिक्र है कि ईश्वर के बड़े और महान दिन के आने से पहले उस दिन सूर्य अंधेरे में चला जाएगा चंद्रमा भी खून में बदल जाएगा. नासा ने बताया कि उनके आसमान को ट्रैक करने वाली तकनीक से पता चला है कि उस दिन यरूशलम में सूर्यास्त के बाद चंद्रग्रहण दिखाई दे रहा था. इस तरह के ग्रहण के हालात का कई जगह जिक्र है. कई लोग यह भी मानते हैं कि यह भविष्य में होने वाली किसी घटना का संकेत है., लेकिन हमफ्रेस और वैडिंगटन मानते हैं कि यह सब उसी दिन के बारे में बताया गया है जब ईसा मसीह की मौत हुई थी.
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नासा के खगोलीय मॉडल बता रहे हैं कि यरूशलम में पहले गुड फ्राइडे के दिन 3 अप्रैल 33 ईस्वी के दिन चंद्र ग्रहण हुआ था. इसी तारीख को बहुत से जानकार ईसा मसीह के मौत के दिन से जोड़ते हैं. नासा के आंकड़े भी सारे तारों के जोड़ती दिखाई दे रहे हैं. गुड़ फ्राइडे के बाद ईसाईयों को बड़ा त्योहार ईस्टर रविवार आता है. कहा जाता है कि सूली पर लटकाए जाने के दो दिन ईसा मसीह इसी दिन वापस आए थे.