Wednesday, April 16, 2025
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भारत और इजरायल में जन्मे प्रमुख धर्मों का इतिहास और कारण.


दुनिया के ज्यादातर बड़े धर्मों का जन्म भारत और मिडिल ईस्ट में हुआ है. मिडिल ईस्ट यानी इजरायल, सऊदी अरब और आसपास का क्षेत्र. जो धर्म इन क्षेत्रों में पनपे उनमें हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, यहूदी, ईसाई और इस्लाम धर्म शामिल हैं. क्या ये महज संयोग है कि ज्यादातर बड़े धर्म भारतीय उपमहाद्वीप और मिडिल ईस्ट में पैदा हुए या उनकी जड़ें यहीं मजबूत हुई हैं. वास्तव में ये क्षेत्र धर्मों के ‘जनक’ इसलिए बने क्योंकि यहां गहन आध्यात्मिक खोज, बौद्धिक विवाद और सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तन हुए, जिन्होंने नए विश्वासों को जन्म दिया. 

भारत हजारों सालों से धार्मिक विविधताओं वाला देश रहा है. यह चार धर्मों, हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख का जन्मस्थान तो है ही. इसने अपने यहां आए अन्य दो प्रमुख धर्मों इस्लाम और ईसाई धर्म को भी आत्मसात किया. तो आखिर भारत में इतने धर्मों के उदय का कारण क्या है? अगर इसकी वजह खोजी जाए तो भारत में दार्शनिक चिंतन की समृद्ध परंपरा, ऋषि-मुनियों द्वारा आत्मा, ईश्वर और मोक्ष पर गहन विचार है. फिर ये धरती सांस्कृतिक विविधता को समाए हुए है. यहां विभिन्न जातियों, भाषाओं और परंपराओं का मिश्रण देखने को मिलता है. धार्मिक सहिष्णुता भी एक बड़ा कारण है जिसकी वजह से अलग-अलग विचारधाराओं को फलने-फूलने का मौका मिला.

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हिंदू धर्म
सनातन शब्द का अर्थ है, शाश्वत या सदा बना रहने वाला, यानी जिसका न आदि है न अंत. सनातन धर्म को हिंदू धर्म या वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है. इसे दुनिया के सबसे प्राचीनतम धर्म के रूप में भी जाना जाता है. भारत की लगभग 5000 वर्ष पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता में हिंदू धर्म के कई चिह्न मिलते हैं. यह धर्म, ज्ञात रूप से लगभग 12000 वर्ष पुराना है जबकि कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना है.

असल में हिंदू नाम विदेशियों द्वारा दिया गया है. जब मध्य काल में तुर्क और ईरानी भारत आए तो उन्होंने सिंधु घाटी से प्रवेश किया. सिंधु एक संस्कृत नाम है. उनकी भाषा में ‘स’ शब्द न होने के कारण वह सिंधु कहने में असमर्थ थे. इसलिए उन्होंने सिंधु को हिंदू कहना शुरू किया. इस तरह से सिंधु का नाम हिंदू हो गया. उन्होंने यहां के निवासियों को हिंदू कहना शुरू किया और इसी तरह धर्म को भी हिंदू नाम मिला.

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बौद्ध धर्म
गौतम बुद्ध (563–483 ईसा पूर्व) द्वारा स्थापित बौद्ध धर्म भारत से पूरी एशिया में फैला. बौद्ध धर्म प्राचीन मगध साम्राज्य (वर्तमान बिहार) में विकसित हुआ. बौद्ध धर्म, गौतम बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है. बौद्ध धर्म, ईसाई और इस्लाम धर्म से पहले का धर्म है. बौद्ध धर्म के अनुयायी मानते हैं कि ज्ञान, या निर्वाण, ध्यान, आध्यात्मिक और शारीरिक दोनों तरह की कड़ी मेहनत और अच्छे आचरण से प्राप्त किया जा सकता है. बौद्ध धर्म, भारत से चीन और एशिया के अन्य देशों जैसे कोरिया, जापान, थाईलैंड, म्यांमार (बर्मा), श्रीलंका, कंबोडिया, लाओस और वियतनाम में भी फैला. बौद्ध धर्म के अनुयायी दुनिया के सभी महाद्वीपों में रहते हैं.

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जैन धर्म
महावीर स्वामी (599–527 ईसा पूर्व) द्वारा प्रचारित जैन धर्म अहिंसा और तपस्या पर आधारित है. जैन धर्म भारत के तीन सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है. आज भी यह भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है. जैन धर्म सिखाता है कि आत्मज्ञान का मार्ग अहिंसा और जीवित चीजों (पौधों और जानवरों सहित) को जितना संभव हो सके नुकसान कम करने के माध्यम से है. हिंदुओं और बौद्धों की तरह, जैन पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं. जन्म, मृत्यु और पुनर्जन्म का यह चक्र व्यक्ति के कर्म से निर्धारित होता है. आज, जैन धर्म के अधिकांश अनुयायी भारत में रहते हैं. अनुमान है कि उनके अनुयायियों की संख्या 40 लाख से अधिक है. जैन धर्म की शिक्षाओं ने दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित किया है.

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सिख धर्म
सिख धर्म की स्थापना गुरु नानक देव जी ने 15वीं सदी में की थी. यह धर्म उत्तर भारत और वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब में पैदा हुआ था. सिख धर्म का प्रमुख धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब हैं. सिखों के धार्मिक स्थलों को गुरुद्वारेा कहते हैं. सिख धर्म में हिंदू और इस्लामी विचारों का समन्वय है. सिख धर्म में एक ईश्वर की मान्यता है, जिसे वे एक-ओंकार कहते हैं. सिखों का मानना है कि ईश्वर अकाल और निरंकार है. सिखों के लिए उनके गुरु-साहिब में लिखे गए उपदेश मार्गदर्शक का काम करते हैं. सिख धर्म में पुरुषों और महिलाओं में समानता की शिक्षा दी जाती है. सिख धर्म उपवास, तीर्थ यात्रा, अंधविश्वासों का पालन, मृतकों की पूजा, मूर्ति पूजा जैसे अनुष्ठानों की निंदा करता है. 

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यहूदी धर्म
यह इजरायल में पैदा हुआ पहला अब्राहमिक धर्म था. दुनिया के प्राचीन धर्मों में से एक यहूदी धर्म कई मायनों में बाकी धर्मों से एकदम जुदा है. यहूदी एकेश्वरवाद में विश्वास करते हैं. मूर्ति पूजा को इस धर्म में पाप समझा जाता है. आज से करीब 4000 साल पुराना यहूदी धर्म वर्तमान में इजराइल का राजधर्म है. यहूदी धर्म की शुरुआत पैगंबर अब्राहम (अबराहम या इब्राहिम) से मानी जाती है, जो ईसा से 2000 वर्ष पूर्व हुए थे. अब्राहम के पहले बेटे का नाम हजरत इसहाक अलै और दूसरे का नाम हजरत इस्माइल अलै था. दोनों के पिता एक थे, किंतु मां अलग-अलग थीं. हजरत इसहाक की मां का नाम सराह था और हजरत इस्माइल की मां हाजरा थीं.

अब्राहम के पोते का नाम हजरत अलै. याकूब था. याकूब का ही दूसरा नाम इजरायल था. उन्हीे के नाम पर यहूदियों की 12 जातियों को मिलाकर एक सम्मिलित राष्ट्र इजरायल बना. याकूब के एक बेटे का नाम यहूदा (जूदा) था. यहूदा के नाम पर ही उसके वंशज यहूदी कहलाए. उनका धर्म यहूदी धर्म कहलाया. हजरत अब्राहम को यहूदी, मुसलमान और ईसाई तीनों धर्मों के लोग अपना पितामह मानते हैं. आदम से अब्राहम और अब्राहम से मूसा तक यहूदी, ईसाई और इस्लाम सभी के पैगंबर एक ही हैं किंतु मूसा के बाद यहूदियों को अपने अगले पैगंबर के आने का अब भी इंतजार है.

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ईसाई धर्म
यीशु मसीह द्वारा प्रचारित ईसाई धर्म यहूदी धर्म से निकला है. ईसाई धर्म, ईश्वर के एकेश्वरवाद पर आधारित एक इब्राहीमी धर्म है. यह दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है. ईसाई धर्म के अनुयायियों को ईसाई या मसीही कहा जाता है. ईसाई धर्म की शुरुआत पहली सदी ईस्वी में फिलिस्तीन में हुई थी. यीशु को ईश्वर का पुत्र माना जाता है. यीशु के मसीहा के रूप में आने की भविष्यवाणी हिब्रू बाइबल में की गई थी. ईसाई धर्म का प्रमुख ग्रंथ बाइबल हैं. ईसाई धर्म के अनुयायी पूजा-पाठ के लिए गिरजाघरों या चर्चों में जाते हैं. भारत में ईसाई धर्म की शुरुआत ईसा मसीह के बारह मूल धर्मदूतों में से एक थॉमस के सन 52 में केरल में आने के बाद हुई. 

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इस्लाम धर्म
इस्लाम एकेश्वरवादी धर्म है. इसकी शुरुआत 7वीं सदी में अरब में हुई थी. इस्लाम शब्द का मतलब है, ‘अल्लाह को समर्पण’. इस्लाम धर्म के अनुयायियों को मुसलमान कहा जाता है. इसकी स्थापना पैगंबर मुहम्मद (570–632 ईस्वी) द्वारा अरब प्रायद्वीप में की गई थी. इस्लाम धर्म का पवित्र ग्रंथ कुरान है. कुरान की शिक्षाओं का उपदेश पैगंबर मुहम्मद ने दिया था. इस्लाम धर्म में सुन्नी, शिया, सूफ़ी, और अहमदिया समुदाय प्रमुख हैं. इस्लाम धर्म का मज़हबी स्थल मस्जिद कहलाता है. इस्लाम धर्म के पांच मूल स्तंभ हैं- शहादा, सलात या नमाज़, सौम या रोज़ा, जकात और हज. 

इस्लाम धर्म दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है. इस्लाम धर्म के ज़्यादातर अनुयायी दक्षिण पूर्व एशिया और दक्षिण एशिया के देशों में रहते हैं. मध्य पूर्व, अफ्रीका और यूरोप में भी मुसलमानों के बड़े समुदाय हैं. पश्चिमी यूरोप में भी ईसाई धर्म के बाद इस्लाम धर्म दूसरा सबसे बड़ा धर्म है. 



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