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Law Against Hindi Phobia: विदेशों में कई बार हिंदुओं से भेदभाव और नफरत वाली खबरें सामने आती हैं. कई मौके पर कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमला नया नहीं है. पश्चिमी देशों में हिंदू धर्म क…और पढ़ें

हिंदूफोबिया पर बिल लेकर आया यह राज्य.
हाइलाइट्स
- जॉर्जिया ने हिंदूफोबिया के खिलाफ कानून पास किया.
- यह कानून हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम है.
- रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों दलों के सीनेटरों ने विधेयक का समर्थन किया.
Law Against Hindi Phobia: अमेरिका के जॉर्जिया राज्य ने इतिहास रच दिया है. यह पहला अमेरिकी राज्य बन गया है, जिसने हिंदूफोबिया और हिंदू-विरोधी भेदभाव के रोकने के लिए कानून पास किया है. यह कदम राज्य में हिंदू समुदाय की सुरक्षा और उनके खिलाफ बढ़ते भेदभाव को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है.
जॉर्जिया जनरल असेंबली में 4 अप्रैल बिल पेश किया गया था. सिनेट बिल 375 (SB 375) को रिपब्लिकन सीनेटर शॉन स्टिल और क्लिंट डिक्सन, साथ ही डेमोक्रेटिक सीनेटर जेसन एस्टेव्स और इमानुएल डी. जोन्स ने समर्थन दिया है. यह विधेयक हिंदूफोबिया को परिभाषित करता है. इसे मौजूदा भेदभाव-विरोधी कानूनों में शामिल करने का प्रस्ताव लाया गया है. हिंदूफोबिया को हिंदू धर्म के प्रति शत्रुतापूर्ण, विनाशकारी और अपमानजनक रूप में परिभाषित किया गया है.
जेल भी हो सकता है
अगर यह विधेयक कानून बन जाता है, तो जॉर्जिया की दंड संहिता में संशोधन होगा. इसके तहत राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को हिंदूफोबिया को ध्यान में रखते हुए भेदभाव और नफरत अपराधों के मामलों में कार्रवाई करने का अधिकार मिल जाएगा. यह विधेयक नस्ल, रंग, धर्म या राष्ट्रीय मूल के आधार पर भेदभाव को रोकने वाले मौजूदा कानूनों में हिंदूफोबिया को शामिल करेगा. अभियोजकों को भी हिंदू-विरोधी अपराधों में सजा बढ़ाने के लिए हिंदूफोबिया को एक कारक के रूप में मानने की अनुमति होगी.
पहली बार नहीं है यह
जॉर्जिया ने अप्रैल 2023 में हिंदूफोबिया और हिंदू-विरोधी कट्टरता की निंदा करने वाला एक प्रस्ताव पारित किया था.इसमें हिंदू धर्म को ‘दुनिया के सबसे बड़े और प्राचीन धर्मों में से एक’ के रूप में मान्यता दी गई थी. इसमें 100 से अधिक देशों में 1.2 अरब से ज्यादा अनुयायी हैं. उस प्रस्ताव में हिंदुओं के सकारात्मक योगदान, जैसे स्वीकार्यता, आपसी सम्मान और शांति के मूल्यों की बात की गई थी. यह विधेयक उसी दिशा में एक और कदम है.
दोनों दलों का समर्थन
इस विधेयक को रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों सीनेटरों का समर्थन प्राप्त है. दोनों दलों के सीनेटर ने मिलकर इस विधेयक को पेश किया है. यह कदम अमेरिका में हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते नफरत अपराधों को देखते हुए उठाया गया है, जिसे भारतीय मूल के सांसदों ने भी हाल के दिनों में प्रमुखता से उठाया है.
संगठनों की प्रतिक्रिया
हिंदू-अमेरिकी संगठन कोएलिशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका (CoHNA) ने इस कदम का स्वागत किया है. संगठन ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘जॉर्जिया ने SB 375 पेश करके हिंदूफोबिया और हिंदू-विरोधी भेदभाव को मान्यता दी है. यह विधेयक कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई करने में सक्षम बनाएगा.’ CoHNA ने यह भी उल्लेख किया कि यह कदम 2023 में पारित काउंटी रिजॉल्यूशन का विस्तार है, जिसमें हिंदूफोबिया की निंदा की गई थी.